लखनऊ। बीती रात अधिवक्ताओं के हंगामे के बाद बलरामपुर अस्पताल में एक फिर से सीसीटीवी कैमरे लगाने की मांग ने जोर पकड़ा है। यदि कैमरे लगेंगे तो हंगामे पर अकुंश लगेगा। हंगामा या तोड़फोड़ करने वालों पर मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।
पिछले दिनों कई बार बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी में परिजनों ने हंगामा किया। इसके अतिरिक्त तोड़फोड़ करके चिकित्सा व्यवस्था बाधित की। इस घटना की अस्पताल प्रशासन ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करायी लेकिन पुलिस सबूत के अभाव में प्रदर्शनकारियों में कोई बड़ी कार्रवाई नहीं कर पायी।
आरोप था कि डाक्टर मेडिकल रिपोर्ट बनाने के लिए दो हजार रुपये मांग रहे हैं –
मंगलवार की रात इमरजेंसी में कुछ घायल लोगों के मेडिकल लीगल जांच को लेकर अधिवक्ताओं ने हंगामा किया। उनका आरोप था कि डाक्टर मेडिकल रिपोर्ट बनाने के लिए दो हजार रुपये मांग रहे हैं, जबकि डाक्टर का कहना था कि मन माफिक रिपोर्ट बनवाना चाहते थे आैर मानकर करने पर हंगामा करने लगे। सूत्रों के मुताबिक गत दिनों अस्पताल प्रशासन ने अस्पताल के मुख्य बिंदुओं पर सौ सीसीटीवी कैमरे लगवाने के लिए चिह्न किया था। इसके बाद अस्पताल के निदेशक व मुख्य चिकित्सा अधीक्षक पद पर नए अधिकारियों ने कार्य भार संभाला, इससे यह प्रस्ताव ठण्डे बस्ते में चला गया। इस मामले में अस्पताल के निदेशक से बात करने की कोशिश की गयी, लेकिन सफलता नहीं मिली।