लखनऊ। संयुक्त स्वास्थ एवं संविदा कर्मचारी संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष सनत सिंह के नेतृत्व में प्रदेश के तमाम जनपदों से सी एच ओ अभयर्थी ने लखनऊ के एनएचएम निदेशालय पर प्रदर्शन किया। पड़ोसन में विभिन्न जनपदों से सैकड़ों की संख्या में अभयर्थी सुबह दस बजे ही चारबाग रेलवे स्टेशन और बस अड्डे से हजरतगंज स्थित एनएचएम कार्यालय पर एकत्रित हो गए।
बताते चलें अप्रैल २०२० में चयनित हुए सी एच ओ कोरोना महामारी के दौरान विभिन्न चिकित्सालयों में प्रशिक्षण कर रहे थे और दिसंबर २०२० में होने वाली परीक्षा की तैयारी भी कर रहे थे, उक्त परीक्षा किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय द्वारा संपन्न किए गए सभी अभ्यर्थी कोरोना अंगारी रोगियों में की सेवा में अस्पतालों में तैनात थे और नेटवर्क की समस्या होने के कारण एनल क्लास में भी असुविधा हुई। दिनांक 20 दिसंबर 2020 को परीक्षा के दौरान कठिन पेपर होने के कारण सभी अभ्यर्थी मानसिक रूप से परेशान हो गए और सी एच ओ में चयन होने और लगभग 8 महीने तक अस्पतालों में सेवा के बाद नौकरी जाने के डर से मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के पास हैं। अपनी बात रखने के लिए लखनऊ में इकट्ठा हुए। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों द्वारा एक प्रतिनिधिमंडल के बारे में कार्यवाहक मिशन निदेशक प्रांजल यादव से वार्ता कराई गई। निदेशक प्रांजल यादव द्वारा सभी अभ्यर्थियों को आश्वस्त किया गया कि नियमानुसार उचित है कार्रवाई की जाएगी और मामले में किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय प्रशासन से बात की जाएगी। क्योंकि सभी अभ्यर्थी पूरी ईमानदारी और निष्ठा पूर्वक इस महामारी में अस्पतालों में तैनात है और मरीजो की सेवा में हैं। प्रतिनिधित्वमंडल में संयुक्त स्वास्थ और संविदा कर्मचारी संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष सनत सिंह इलाहाबाद, प्रिया श्रीवास्तव, राधे ठाकुर, प्रिया शर्मा, सुनीता, दिव्या देवी, सूरज मौजूद रहे। वार्ता के पश्चात सभी लोगों के मिशन निदेशक महोदय का आभार व्यक्त किया और अपने-अपने जनपदों को वापस ले लिया। दिव्या देवी, सूरज मौजूद रहे। वार्ता के पश्चात सभी लोगों के मिशन निदेशक महोदय का आभार व्यक्त किया और अपने-अपने जनपदों को वापस ले लिया। दिव्या देवी, सूरज मौजूद रहे। वार्ता के पश्चात सभी लोगों के मिशन निदेशक महोदय का आभार व्यक्त किया और अपने-अपने जनपदों को वापस ले लिया।
संयुक्त स्वास्थ और संविदा कर्मचारी संघ की अपील है कि प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग में तैनात सी एच ओ की समस्याओं का निराकरण किया जाए जिससे की स्वास्थ्य व्यवस्था सुदृढ़ हो सके।