लखनऊ – सिविल अस्पताल की कैथ लैब में अब जल्द ही एंजियोग्राफी व पेसमेकर नियमित रूप से लगाये जाएंगे। इसके साथ ही कार्डियक सर्जरी भी की जाएगी। इसके लिए अस्पताल के डाक्टरों को पीजीआई व डा. राममनोहर लोहिया संस्थान के विशेषज्ञ डाक्टर कार्डियक सर्जरी करने की तकनीक बतायेंगे, ताकि अस्पताल से कोई कार्डियक का मरीज नहीं लौट कर जा सके आैर बेहतर इलाज मिल सके।
पेसमेकर भी लगाये जाने की योजना है –
सिविल अस्पताल में ही कैथ लैब जो कि नियमित रूप से नहीं चल पा रही है। प्रशिक्षित डाक्टरों व स्टाफ की कमी के कारण यहां पर मरीजों को बेहतर इलाज नहीं मिल पा रहा है। अस्पताल प्रशासन की योजना यह है कि अब कार्डियक मरीजों की तत्काल इलाज मिल सके आैर इमरजेंसी में भी एंजियोग्राफी करके जान बचायी जा सके। इसके साथ ही पेसमेकर भी लगाये जाने की योजना है। अब तक अस्पताल के डा. राजेश श्रीवास्तव ही मरीजों की एंजियोग्राफी करने के साथ ही पेसमेकर भी लगा रहे थे।
अस्पताल में मरीज की एंजियोग्राफी के बाद स्टंट आैर पेसमेकर भी कौन खरीदेगा आैर मरीज से किस शुल्क में लगाया जाएगा । इस सब दिक्कतों को सुधारकर कैथलैब को हाईटेक बनाने के लिए निदेशक डा. हिम्मत सिंह दानू जी जान से जुटे है। उनका कहना है कि यहां वीआईपी मरीज आये या गरीब उसको उच्चस्तरीय इलाज मिले। यह उनकी प्राथमिकता है। इसके साथ अस्पताल के डाक्टरों को पीजीआई व लोहिया संस्थान के विशेषज्ञ डाक्टर कार्डियक सर्जरी के लिए आकर प्रशिक्षित करेगे आैर उनको सर्जरी कराने में मदद भी करेंगे।