लखनऊ। इमरजेंसी में आने वाले गंभीर मरीजों को तत्काल में विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है। तत्काल करायी गयी जांचों से बीमारी की सही पहचान भी आवश्यक होती है। इमरजेंसी में मरीज का उसके लक्षणों के आधार पर प्रोटोकाल का पालन किया जाना चाहिए। यह बात किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के इमरजेंसी मेडिसिन विभाग के प्रमुख डॉ. हैदर अब्बास ने आयोजित कार्यशाला में दी।
डा. अब्बास ने कहा कि इमरजेंसी में तमाम तरह की बीमारियों से पीड़ित आते हैं। ऐसे में उनका लाइन आफ ट्रीटमेंट निर्धारित करने में बेहद सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है। थोड़ी सी भी लापरवाही से मरीज की जान खतरे में पड़ सकती है।
डॉ. लोकेंद्र गुप्ता ने कहा कि इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को प्राथमिक इलाज के बाद विभागों में शिफ्ट कर दिया जाता है। ऐसे में बीमारी की सही पहचान कर उन्हें विभाग में शिफ्ट किया जाना बड़ी चुनौती होता है।