लखनऊ। प्रदेश में चल रही एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस के शुल्क प्रकरण की जांच होगी। प्रदेश में चल रही एडवांस लाइफ सपोर्ट (एएलएस) एंबुलेंस निजी वेंटिलेटर युक्त एंबुलेंस से भी महंगी पड़ रही है, जबकि दो माह पूर्व तक एएलएस एंबुलेंस छह रुपये प्रति किमी सस्ती चल रही थी। इसकी शिकायत मुख्यमंत्री को गयी थी। इसके बाद इस प्रकरण की जांच चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण महानिदेशालय कराये जाने के निर्देश दे दिये गये है।
बताते चले कि अति गंभीर मरीजों को जल्द से जल्द जीवन रक्षक उपकरणों से सुसज्जित एम्बुलेंस से भेजने के लिए वेंटिलेटर सपोर्ट वाली 250 एंबुलेंस प्रदेशभर में संचालित की जा रही हैं। मुख्यमंत्री को भेजी शिकायत के अनुसार निजी एंबुलेंस का प्रति किमी संचालन खर्च 20.24 रुपये तक है, जबकि छोटी निजी वेंटिलेटर वाली एंबुलेंस 15 से 16 रुपये प्रति किमी की दर से चल रही हैं, जबकि सरकारी एएलएस एंबुलेंस 24.95 रुपये प्रति किमी की दर से चल रही हैं, जबकि पहले इन्हीं एएलएस एम्बुलेंस का संचालन शुल्क 19 रुपये प्रति किमी था। ऐसे में अब हर महीने लाखों रुपये का अतिरिक्त आर्थिक भार वहन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री से हुई शिकायत बाद इसकी जांच परिवार कल्याण महानिदेशालय को भेजी गयी है। एंबुलेंस संचालन करने वाली कंपनी के प्रोेजेक्ट हेड दीपक का कहना है टेंडर के तहत यह काम सौंपा गया था। इसमें किसी तरह की कहीं भी कोई गड़बड़ी नही हो रही है।