लखनऊ .केजीएमयू प्रशासन में देर शाम जूनियर डॉक्टरों द्वारा मरीज के तीमारदार को पीटने के घटना क्रम में दोनों जूनियर डॉक्टरों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया और जांच कमेटी गठित कर दी . बताते चलें आज शाम केजीएमयू के सर्जरी विभाग में जूनियर डाक्टरों द्वारा तीमारदारों के साथ अभद्रता और मारपीट आम बात हो गयी है। अभी एक सप्ताह भी नहीं बीता है जब खुद मुख्यमंत्री ने केजीएमयू के कार्यक्रम में शिरकत करते हुए कहा था कि जूनियर डाक्टर गैंग जैसा काम न करें। केजीएमयू की स्थितियों पर बोलते हुए योगी ने कहा था कि यहां के जूनियर डाक्टर तीमारदारों पर गैंग बनाकर हमला करते हैं। इसलिए चिकित्सक इससे बाज आयें लेकिन यहां के चिकित्सक हैं कि सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं।
गौरतलब है कि मुसाफिरखाना निवासी थैलीसीमिया से पीड़ित मरीज प्रवेश को सर्जिकल वार्ड में विगत 03 अप्रैल को भर्ती कराया गया था। डा. अक्षय आनन्द की देखरेख में इलाज चल रहा है। मरीज का आपरेशन होना था। आज जूनियर चिकित्सकों ने मरीज के भाई अरूण मिश्रा से एक जांच लोहिया अस्पताल से कराने को कहा। इस बार अरूण मिश्रा ने कहा कि मरीज को डिस्चार्ज कर दीजिए। अरूण मिश्रा के मुताबिक इतना कहते ही जूनियर डाक्टरों में डा. अजीत और ऊधम आपे से बाहर हो गये और वार्ड में मौजूद अन्य जूनियर चिकित्सकों ने मिलकर अरूण मिश्रा की पिटाई कर दी।