लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मदद मिलने के बाद डा. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान की महिला रेजिडेंट डॉक्टर को फेफड़ा प्रत्यारोपण के लिए चैन्नई या हैदराबाद के अस्पताल में शिफ्ट करने की तैयारी शुरू कर दी है। लोहिया संस्थान प्रशासन लगातार दोनों अस्पतालों के अधिकारियों के सम्पर्क में है। किसी भी अस्पताल से भर्ती की संस्तुति मिलते ही मरीज एयर एम्बुलेंस से शिफ्ट कर दिया जाएगा।
यह जानकारी लोहिया संस्थान की निदेशक डॉ. सोनिया नित्यानंद ने पत्रकार वार्ता में दी। उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार प्रकट करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने रेजिडेंट डॉ. शारदा सुमन की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है। उन्होंने बताया कि फेफड़ा प्रत्यारोपण पर आने वाला करीब डेढ़ करोड़ रुपये का खर्च प्रदेश सरकार वहन करेगी। इस सहायता के लिए संस्थान व परिवार आभारी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने इलाज के लिए स्वीकृत धनराशि का कुछ हिस्सा भेज दिया है। निदेशक डा. सोनिया ने बताया कि वर्तमान में देश के चार संस्थानों में फेफड़ा प्रत्यारोपण हो रहा है। इनमें दो अस्पतालों के डाक्टरों से बातचीत चल रही है।
डॉ. सोनिया नित्यानंद ने बताया कि जैसे ही हरी झंडी मिलती है, तो जल्द ही मरीज को शिफ्ट किया जाएगा। विशेष एयर एम्बुलेंस से महिला डॉक्टर को अस्पताल भेजा जाएगा। इसके लिए ग्रीन कॉरीडोर बनाने के लिए जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन से मदद ली जाएगी। उन्होंने बताया कि फेफड़ा प्रत्यारोपण के लिए ब्रोन डेड (कैडवर) मरीज का ही फेफड़ा लिया जाना है। वर्तमान में मरीज इकमो उपकरण के सहारे चल रहा है। एनस्थीसिया विभाग के डॉ. पीके दास व अन्य डॉक्टरों की टीम इलाज कर रही है। अस्पताल के सीएमएस डॉ. राजन भटनागर, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विक्रम सिंह और डॉ. श्रीकेश सिंह मौजूद रहे। बताते चले कि लोहिया संस्थान के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में वर्ष 2018 में डॉ. शारदा सुमन जूनियर रेजिडेंट के पद पर ज्वाइन किया। वह संस्थान में डीएनबी की छात्रा हैं। 29 मई 2019 में खलीलाबाद निवासी डॉ. अजय से डॉ. शारदा का विवाह हुआ। दोनों लोहिया संस्थान में बतौर रेजिडेंट हैं। गर्भावस्था के दौरान भी डॉ. शरादा ड्यूटी कर रही थीं।