केंद्रीय औषधि सप्लाई डिपो सीएमएसडी में बीते करीब बीते एक साल से आयरन टेबलेट की खरीद के लिये रेट कांट्रेक्ट ही नहीं हुआ। जिसकी वजह से लखनऊ समेत विभिन्न जनपदों में दवा की सीधी खरीद नहीं हो सकी। लेकिन जेएसवाई सहित अन्य मदों से अस्पताल प्रशासकों के पास इन दवाओं की खरीद के लिये पर्याप्त बजट उपलब्ध है। फिर भी अस्पतालों में मरीज आयरन समेत अन्य आवश्यक दवाओं के लिये भटकने को मजबूर हैं। गौरतलब है कि वर्ष 2014 में नेस्टर नामक दवा क पनी की दवाओं की आपूर्ति की जाती थी।
“सेंट्रल ड्रग पर्चेज कमेटी को आयरन टेबलेट की आरसी का प्रस्ताव भेजा गया है। कमेटी की स्वीकृति के बाद जल्द ही दवाओं की खरीदारी प्रक्रिया शुरू की जाएगी। हालांकि अस्पतालों के पास दवाओं की खरीद के अन्य कई विकल्प भी है। बावजूद इसके मरीजों को आयरन समेत दूसरी दवाओं की उपलब्ध न कराने के लिये सीधे तौर पर संबंधित अस्पतालों के अधिकारी व सीएमओ जि मेदार हैं। ”
– डॉ. पदमाकर सिंह, महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा
“मरीज को सभी आवश्यक दवाएं दी जा रही हैं। आयरन टेबलेट की खरीद के लिये आर्डर दे दिया गया है। ऐसे में फलोरिक एसिड समेत दूसरी दवाएं मरीजों को उपलब्ध करायी जा रही हैं।”
-डॉ. जीएस बाजपेई, सीएमओ लखनऊ