कॉक्लियर इम्प्लांट अब युवाओं में सफल

0
155

-पीजीआई ने पढ़ने व नौकरी पेशा वाले 50 युवाओं का किया कॉक्लियर इंप्लांट

Advertisement

लखनऊ । अब सात वर्ष के बच्चों की तरह दिमागी बुखार व दूसरे संक्रमण से सुनने की क्षमता गंवा चुके युवाओं में भी कॉक्लियर इंप्लांट सफल है। पीजीआई ने दो वर्ष में पढ़ने और नौकरी पेशा वाले 50 युवाओं का इम्प्लांट किया है। इनकी उम्र 18 से 45 वर्ष के बीच है। इनमें से 48 युवाओं को 95 फीसदी सुन सकते हैं। बचे दो 60 फीसदी तक ही सुन सकते हैं। इम्पलांट के बाद यह भी सामान्य युवाओं की तरह पढ़ाई और अन्य कामकाज कर रहे हैं।

पीजीआई के न्यूरो ऑटोलॉजी विभाग के डॉ. अमित केसरी ने यह कॉक्लियर इंप्लांट किये हैं। अक्तूबर में यह पेपर इंडियन जर्नल में प्रकाशित हुआ।

पीजीआई के न्यूरो ऑटोलॉजी विभाग के डॉ. अमित केसरी ने बताया कि 50 युवाओं में किये गए कॉक्लियर इंप्लांट के अच्छे परिणाम आए हैं। इंप्लांट के बाद यह 90 से 95 फीसदी तक सुन सकते हैं। इंप्लांट के बाद इन युवाओं में एक उम्मीद जगी है। अब यह सामान्य युवाओं की तरह पढ़ाई, नौकरी व अन्य दूसरे कामकाज निपटा रहे। अब इन युवाओं को सुनाई न देने की वजह से स्कूल व कार्यालय में सहपाठी व अन्य से इन्हें हीन भावना व ताने सुनने से निजात मिल गई है।

Previous articleबिगड़ी लाइफ़ स्टाइल बढ़ा रही डायबिटीज: डा.नेहा
Next articleड्यूटी से गैरहाजिर आठ डाक्टरों की बर्खास्तगी के निर्देश

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here