लखनऊ। सरकारी अस्पताल से लेकर नर्सिंग होम तक वरिष्ठ डाक्टरों से अपनी बेटी के इलाज के लिए फरियाद कर चुके माता- पिता को गोमती नगर के हेल्थ सिटी हॉस्पिटल ने निराश नहीं किया। छह महीने की बच्ची के अंंाखों के ऊपर व अंदर से दिमाग के दाहिने अोर बने बड़े खून का गुच्छा की सफल माइक्रो वस्कुलर सर्जरी क्रेनियोफेशियल, माइक्रोवस्कुलर, प्लास्टिक व कास्मेटिक सर्जन डा. वैभव खन्ना के नेतृत्व में की गयी। यह वस्कुलर मॉलफारमेशन राइट साइड फोरहेड यानि दिमाग के दाहिने ओर बने बड़े खून की गुच्छा की बीमारी है।
हास्पिटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में वरिष्ठ प्लास्टिक सर्जन डा. वैभव खन्ना ने बताया कि छह महीने की बच्ची गरीब परिवार से थी। माता पिता इस बीमारी को लेकर परेशान थे। उन्होंने राजधानी के कई डाक्टरों से इसका इलाज कराने के लिए गुहार लगायी थी, पर आर्थिक हालत सही न होने पर वह सर्जरी बड़े डाक्टरों से नहीं करा सकते थे आैर कई अस्पतालों के डाक्टरों ने तो सर्जरी करने से मना कर दिया था।
बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ्य है –
उन्होंने बताया कि जांच के बाद उन्होंने बच्ची की सर्जरी करने में मदद का निर्णय लिया। चिकित्सा अधीक्षक डा. एके सिंंह ने बताया कि माता-पिता के मात्र दस हजार रूपये खर्च हुए है, जिसमें कोई सर्जिकल चार्ज शामिल नहीं है, जबकि अन्य बड़े स्थानों में इस सर्जरी का खर्चा लाखों रुपये में किया जाता है। बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ्य है। डा. वैभव ने बताया कि इस जटिल सर्जरी में बच्ची की आंख भी बचा ली गयी है। उन्होंने बताया कि सर्जरी करने में उनके साथ डा. रोमेश कोहली, डा एसपीएस तुलसी, निश्चेतक डा. प्रमेश अग्रवाल, डा. सुबोध कुमार शामिल थे।