लखनऊ। आईपीएस का आतंकी कनेक्शन खंगालने की पड़ताल कर रहे एडीजी को को कोई विशेष सुराग नहीं मिले हैं। मामले की तह तक पहुंचने के लिए एडीजी एलओ आनन्द कुमार आज अमृतसर पहुंचे थे। उन्होंने आरोपी आईपीएस अधिकारी को घूस देने के मामले में कांग्रेसी नेता और दो आतंकियों के बयान दर्ज किए हैं।
गुरूवार को एडीजी एललो आनन्द कुमार अमृतसर गए थे। यहां उन्होंने मामले में उजागर हुए कांग्रेसी नेता पिण्टू तिवारी और अमनदीप सिंह और हरजिंदर सिंह से कलम बंद बयान लिये हैं। हालांकि पुलिस सूत्रों की मानें तो आरोपियों से पूछताछ के बाद अधिकारियों को आरोपी आईपीएस अधिकारी के खिलाफ पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं। बताया जा रहा है कि पुलिस अधिकारी अन्य पहलुओं पर भी छानबीन कर रही है। हालांकि आरोपियों का कहना यह भी था कि फाइनेंसर ने बिचैलिए के जरिए आरोपी आईपीएस को 45 लाख रुपये बतौर एडवांस भी दिए थे।
उक्त पैसों की भी पड़ताल की जा रही है। सूत्रों का कहना यह भी है कि जांच टीम आरोपी आईपीएस अधिकारी समेत अन्य पुलिस अधिकारिों की भी जांच कर रही है। कयास लगाई जा रही है कि आरोपी आईपीएस के अलावा भी कई अन्य अधिकारी शक के दायरे में हैं। हालांकि किसी के खिलाफ जांच टीम को पुख्ता सबूत नहीं मिल सके हैं। पुलिस जाचं कर रही है। ज्ञात हो कि पंजाब पुलिस के अफसरों को बब्बर खालसा के दो अपराधियों के बीच बातचीत को इंटरसेप्ट करने पर यह जानकारी मिली थी कि यूपी में रह रहे खालासा के सदस्यों को बचाने के लिए यूपी के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी से एक करोड़ की डील हुई है।
सुल्तानपुर से पकड़े गए पिंटू तिवारी को डील के लिए बिचैलिया बनाए जाने की जानकारी भी पंजाब पुलिस के हाथ लगी थी। घूस के लिए फाइनेंसर ने 45 लाख रुपए भी बिचैलिए तक पहुंचा दिए थे। जांच से जुड़े सूत्र बताते हैं कि बातचीत में यूपी के एक वरिष्ठ आईपीएस का नाम सामने आने के बाद अधिकारियों में बेचैनी बढ़ गई है। बताया जा रहा है कि पंजाब पुलिस के अफसर ने घूसखोरी की शिकायत यूपी के डीजीपी और प्रमुख सचिव गृह से की है, मगर दोनों अधिकारी इस पर चुप्पी साधे हुए हैं।
यह था मामला
पंजाब के नाभा जेल ब्रेक कांड के आरोपी गैंगस्टर गोपी घनशामपुरा की मदद के लिए हुई डील के मामले में शराब कारोबारी रंधीप सिंह रिंपल, यूपी के अमनदीप सिंह और हरजिंदर सिंह काहलो ने ज्वाइंट इंटेरोगेशन के दौरान डील से जुड़े कई रहस्य खोले थे। पुलिस सूत्रों का कहना है कि अमनदीप और हरजिंदर ने रिंपल की मुलाकात पिंटू तिवारी से करवाई थी, जिसकी सूचना कुछ दिन पहले खुफिया एजेंसी ने पंजाब पुलिस के साथ साझा की थी। इसके बाद पंजाब पुलिस ने पहले रिंपल, उसके साथी गुरप्रीत और फिर उत्तर प्रदेश से पिंटू तिवारी, अमनदीप सिंह और हरजिंदर सिंह को पकड़ लिया। पूछताछ में आरोपियों ने आईजी को रिश्वत देने की बात कबूल की है।