लखनऊ। डा. राम मनोहर लोहिया अायुर्विज्ञान संस्थान में मरीजों से वसूली करने, ड्यूटी से गायब रहने वाले कर्मचारियों की शिकायतें मिलने के बाद अब सभी आउटसोर्स कर्मचारियों को कार्रवाई करने की चेतावनी दे दी है। लोहिया संस्थान में मैनपॉवर आपूर्ति करने वाली सुदर्शन फैसिलिटीज कंपनी ने बृहस्पतिवार को सभी कर्मचारियों के लिए एक आदेश जारी किया है। इस आदेश में 21 नियमों को कर्मचारियों को प्रतिदिन नियमानुसार पालन करना होगा। एक भी नियम का पालन न करने पर कर्मचारी पर सख्त कार्रवाई करने व नौकरी से हटाने तक का आदेश दे दिया है। इस आदेश के बाद संस्थान के कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है।
सुदर्शन फैसिलिटीज कम्पनी के प्रबंधन ओर से यह कार्यालय आदेश सभी आउटसोर्स कर्मचारियों को भेजा गया है। इस आदेश में कहा गया है कि कर्मचारियों में जागरुकता की कमी है। इस लिए सभी कर्मियों को चेतावनी के साथ निर्देशित किया जाता है कि 21 नियमों में किसी का भी पालन न करने पर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक, दंडनात्मक, ड्यूटी स्थगित व ड्यूटी से विरत किया जा सकता है।
इन नियमों में पुरुष कर्मचारियों द्वारा प्रतिदिन सेविंग करके आना, बाल कटे होना, नाखून छोटे होना, आभूषण न पहनकर आना, शर्ट को पैंट से बाहर रखना, कार्यस्थल पर मोबाइल का प्रयोग करना, बिना किसी आदेश के बाहर न निकलना आदि शामिल है।
नए आदेश के जारी होने पर आउटसोर्स कर्मचारियों में आक्रोश है। उनका कहना है कि इतनी अधिक सख्ती किसी भी दूसरे संस्थान में नहीं है। संस्थान में कर्मचारियों को बंधुआ मजदूर की तरह व्यवहार होगा। आरोप है कि छोटी-छोटी गलती पर क्षमा पत्र लिखवाया जा रहा है, जिससे कभी भी नौकरी से हटाया जा सके। कर्मचारियों का कहना है कि ऐसे सख्त नियम लागू करने से पहले अधिकारियों को कर्मचारियों से भी बात करनी चाहिए।
लोहिया संस्थान के प्रवक्ता डा. भुवन तिवारी का कहना है कि कुछ समय पहले कर्मचारियों को मरीज दिखाने के नाम पर रुपए लेने के आरोप में पकड़ा गया। इससे संस्थान की छवि धूमित होती है। बाल, दाढ़ी और नाखून कटवाने से तो कर्मचारी हाइजेनिक रहेंगे। उससे मरीज व तीमारदार पर अच्छा संदेश जाएगा। नियम सही है। यदि किसी कर्मचारी को कोई परेशानी है तो वह अपने उच्च अधिकारी से संपर्क कर सकता है.