लखनऊ। कोरोना संक्रमण की चपेट युवा वर्ग हुआ हैं , सबके आंकड़ों के अनुसार सबसे कम प्रतिशत 60 वर्ष से ऊपर के बुजुर्गों का है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि इस अंतर की वजह क्या है, क्योंकि इम्यून सिस्टम, सावधानी रखना और घर के बाहर ज्यादा या कम निकलने जैसी वजहें इसके पीछे हो सकती हैं।हालांकि इस पर विशेष ध्यान दिया है।
प्रदेश में जहां तक आंकड़ों की बात है इस बारे में जानकारी देते हुए अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में कुल संक्रमित हुए लोगों में 21 वर्ष से 40 वर्ष के आयुवर्ग के 46.55 प्रतिशत लोग शामिल हैं जबकि दूसरे नम्बर पर 41 वर्ष से 60 वर्ष की आयु के लोगों का प्रतिशत 29.47 है, इसके बाद 20 वर्ष तक की आयु के लोगों का 13.35 प्रतिशत तथा सबसे कम 10.60 प्रतिशत 60 वर्ष से ज्यादा आयुवर्ग के लोगों का है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना से संक्रमित 1236 नये मामले आये हैं। प्रदेश में 16,159 कोरोना के एक्टिव मामले में से 7317 लोग होम आइसोलेशन में हैं।
अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल के अनुसार पूरी व्यवस्था में प्रदेश का यह बड़ा एचीवमेन्ट है कि शुरू में मार्च में जहां मात्र 72 टेस्ट प्रतिदिन टेस्ट करने की क्षमता थी जो अब बढ़ाकर 1 लाख 70 हजार टेस्ट प्रतिदिन है। इसी के अनुसार टेस्ट प्रतिदिन किये जा रहे है। उन्होंने बताया कि अब तक 2.31 करोड़ से अधिक कोविड-19 के टेस्ट किये जा चुके हैं जो कि पूरे देश में अब तक का सर्वाधिक है।
प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए नवनीत सहगल ने बताया कि प्रदेश में संक्रमण कम हुआ है और दिसम्बर के माह में भी कोरोना संक्रमण में कमी आ रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना में कमी आ रही है फिर भी सभी को सावधानी बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि मास्क पहनें, हाथ साबुन से धोते रहें, सैनेटाइजर का प्रयोग करें तथा भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचें।
नवनीत सहगल ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा सर्विलांस के माध्यम से लगभग 17 करोड़ लोगों तक पहुंच कर उनका हालचाल लेते हुए कोविड-19 संक्रमण की जानकारी भी ली गयी है, उन्होंने कहा है कि घर-घर सर्वें का कार्य भी तेजी से किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश देश का ऐसा पहला राज्य है जहां सबसे अधिक कोरोना संक्रमण की जांच की गयी है और इतनी बड़ी संख्या में लोगों से सम्पर्क किया गया है। प्रदेश में कन्टेनमेंट जोन तथा हॉटस्पॉट एरिया में भी कमी आयी है। श्री सहगल ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में उत्तर प्रदेश सरकार की जो कार्यप्रणाली है उसमें एक लक्ष्य के अनुसार कार्य किया गया है।