लखनऊ। कोरोना जांच की संख्या बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कार्ययोजना बदलते हुए अपने ही विभाग की दूसरी यूनिटों में तैनात लैब टेक्नीशियन को वापस बुलाने का फैसला किया है। अब इन लैब टेक्नीशियन को कोरोना की जांच व नमूने एकत्र करने के काम में लगाया जाएगा।
राजधानी में कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जांच की संख्या बढ़ाने की नयी रणनीति तैयार की है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने लैब टेक्नीशियन की लिस्ट तैयार कर ली है, जो स्वास्थ्य विभाग की दूसरी यूनिटों में काम कर रहे है। जानकारी के अनुसार खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग में सात लैब टेक्नीशियन तैनात हैं। इंदिरानगर प्रशिक्षण केंद्र में एक, जवाहर भवन स्थित मलेरिया दफ्तर में सात और स्वास्थ्य भवन की स्टेट लैब में पांच लैब टेक्नीशियन तैनात हैं। कुल 20 टेक्नीशियन सीएमओ दफ्तर या फिर दूसरे स्थान पर जरूरत के हिसाब से तैनात किए जाएंगे। ताकि अधिक से अधिक मरीजों की कोरोना जांच क्षेत्रों में जाकर की जा सके। अधिकारियों का कहना है कि कोरोना के अलावा दूसरे विभागों में काम का दबाव काफी कम चल रहा है। इस कारण कोविड तक इन सभी से कोरोना संबंधित काम लिया जाएगा।
अधिकारियों का मानना है कि ड्यूटी के दौरान लैब टेक्नीशियन संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। इस कारण जांच में फर्क पड़ रहा है आैर मरीजों को नमूना देने में इंतजार करना पड़ रहा है।