लखनऊ। पुराने लखनऊ स्थित निजी कोविड-19 हॉस्पिटल में कोरोना मरीज की मौत पर परिजनों ने जमकर तोड़फोड़ करते हुए हंगामा मचाया। परिजनों का आरोप था कि डॉक्टरों की लापरवाही से मरीज की मौत हुई है, जबकि अस्पताल प्रशासन का कहना है कि कोविड-19 का मरीज गंभीर हालत में आया था । उसका इलाज जारी था लेकिन हालत गंभीर होने के कारण उसे शिफ्ट कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग कंट्रोल रूम से एंबुलेंस मंगाई गई थी, तब तक मरीज की मौत हो गई।
बांग्ला बाजार निवासी 48 वर्षीय पुरुष को कोरोना संक्रमण होने पर परिजन चौक स्थित कोविड-19 के बनाए गए हेरिटेज हॉस्पिटल में आज भर्ती कराया था। डॉक्टरों के अनुसार उसकी हालत गंभीर थी और उसे आईसीयू में शिफ्ट करना पड़ा था। तेजी से बिगड़ती हालत को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के कंट्रोल रूम को सूचना दे दी गई थी की मरीज को सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में शिफ्ट कराया जाए। एम्बुलेंस जब तक पहुंची तब तक मरीज की मौत हो गई थी। मरीज के परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए तो तोड़फोड़ करना शुरू कर दिया। हॉस्पिटल के प्रबंधक डॉ वीरेंद्र यादव का कहना है कि कोविड-19 का मरीज गंभीर हालत में था और इसकी जानकारी परिजनों को पहले ही दे दी गई थी। उनके अनुरोध पर ही इलाज के साथ स्वास्थ्य विभाग से एंबुलेंस बुलाई गई थी।