न्यूज – चीन में फैल रहे जानलेवा कोरोना वायरस की पहचान के लिए न्यूक्लिक एसिड परीक्षण विधि सबसे महत्वपूर्ण है। इस तकनीक से इस बीमारी के बारे में जल्द पता लग सकता है, ताकि मरीजों को वक्त पर उच्चस्तरीय इलाज दिया जा सके। पेकिंग विश्वविद्यालय के फस्र्ट हास्पिटल के संक्रामक रोग विभाग के चिकित्सा निदेशक वांग गुईकियांग ने शुक्रवार को एक पत्रकार वार्ता में बताया कि इस परीक्षण विधि से रोग के बारे में जल्द पहचान कर मरीजों को समय रहते प्रभावी उपचार प्रदान किया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि इस परीक्षण विधि के बारे में चीन की क्षमता में काफी इजाफा हुआ है और इस कार्य के लिए बेहतर तौर पर प्रशिक्षित चिकित्सा संस्थाओं को प्रोत्साहित किया जा रहा है और देश में इस बीमारी के परीक्षण के लिए पर्याप्त मााा में ‘न्यूक्लिक एसिड़ रिजेंटस” रसायन हैं। चीन के हुबेई प्रांत में सबसे पहले इस बीमारी का पता चला था और वहां 109,000 रिजेंटस किट््स हैं जिनकी क्षमता रोजाना चार से पांच हजार नमूनों की जांच करने की है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा 25 अस्पतालों और 12 मान्यता प्राप्त थर्ड पार्टी संस्थाओं में भी इस परीक्षण की सुविधा है।
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