डकैती की वारदात से आक्रोशित व्यापारियों ने बाजार किया बंद

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लखनऊ। चौक कोतवाली से सटे सर्राफा बाजार में मुकुन्द ज्वैलर्स में सराफ को गोली मार कर घायल कर डकैती डालने वाले बदमाशों का पुलिस कोई सुराग नहीं लगा सकी है। करीब एक दर्जन सीसी फु टेज में पूरी घटना का लाइव वीडियो देखकर पुलिस ने चार बदमाशों का फोटो तैयार कराया है। इन फोटो के आधार पर ही जेल में बंद और हाल ही जमानत पर छूटे कुछ अपराधियों से पहचान कराने की कोशिश की गई। उधर इस घटना से गुस्साए व्यापारियों ने सोमवार को चैक बाजार बंद रखकर चैराहे पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में वरिष्ठ भाजपा नेता लालजी टंडन ने पुलिस को तीन दिन का समय दिया है। उन्होंने  तीन दिन में बदमाशों की गिर घ्तारी न होने पर पूरा लखनऊ बंद कर आंदोलन करने की चेतावनी दी गई है।

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चौक कोतवाली को घेरकर जोरदार प्रदर्शन –

चौक बाजार में स्थित सर्राफा व्यापारी प्रवीण रस्तोगी की दुकान में हुई करोड़ो की डकैती की घटना के बाद व्यापारियों में आक्रोश फूट पड़ा। सोमवार सुबह 10 बजे से ही लखनऊ व्यापार मंडल एसोसिएशन, आदर्श व्यापार मंडल, लखनऊ कपड़ा व्यापार मंडल जैसे दर्जनों व्यापार मंडल के सैकड़ो पदाधिकारियों और व्यापारियों ने चैक चैराहा घेर लिया। इस दौरान व्यापारियों ने जोरदार प्रदर्शन किया और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। व्यापारी अड़े थे कि पुलिस विभाग का कोई बड़ा अधिकारी जब तक मौके पर नही आएगा तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा। देखते ही देखते व्यापारियों का गुस्सा और बढ़ गया और व्यापारियों ने चैक कोतवाली के अंदर घुसकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस प्रदर्शन में व्यापारियों संग भाजपा नेता लाल जी टंडन भी शामिल हुए।

डकैती की घटना के बाद ही व्यापारियों ने ऐलान कर दिया था कि सोमवार को सर्राफा बाजार बंद रहेगा और प्रदर्शन किया जायेगा बावजूद इसके पुलिस प्रशासन के इंतेजाम पुख्ता नही दिखे। व्यापारियों द्वारा पुलिस को खुला अल्टीमेटम दिया गया कि अभी तो केवल सर्राफा बाजार बंद है और अगर तीन दिन में खुलासा न हुआ तो पूरा उत्तर प्रदेश बंद किया जायेगा। वही आदर्श व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय ने व्यापारियों संग डीजीपी कार्यालय पर एडीजी एलओ दलजीत चैधरी से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा है और जल्द से जल्द डकैतों को पकड़ने की गुहार लगाई है।

आठ बदमाशों ने दिया था वारदात को अंजाम –

रविवार रात लगभग 8ः30 बजे जब सर्राफा व्यापारी प्रवीण रस्तोगी अपनी दुकान मुकुल ज्वेलर्स पर बेटे जीतांशु के साथ बैठे थे और दुकान बंद करने से पहले हिसाब किताब कर रहे थे कि तभी असलहों से लैस आठ बदमाश उनकी दुकान में घुस गए और बेटे जीतांशु को पीटने लगे। प्रवीण ने विरोध किया तो एक बदमाश ने उनके सर पर असलहे के बट से वार कर दिया। दुकान के कर्मचारियों ने विरोध करना चाहा तो बदमाशो ने फायर शुरू कर दिए और एक बदमाश ने जीतांशु पर फायर झोंक दिया और गोली उसके पैर में जा लगी। इसके बाद बदमाशों ने बाप बेटे समेत उनके लगभग डेढ़ दर्जन कर्मचारियों को बंधक बना लिया और लूटपाट की।

इस दौरान बदमाशों ने लगभग सवा तेरह करोड़ के जेवरात और नगदी लूट ली और पैदल ही गली से असलहा लहराते हुए भाग निकले। सारे बाजार डकैती की घटना से हड़कंप मच गया था और घटना की जानकारी पर डीआईजी रेंज प्रवीण कुमार त्रिपाठी ने घटनास्थल का मुयायना किया था। डकैतों की यह वारदात दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हुई है। फिलहाल प्रवीण और उनके बेटे जीतांशु का ट्रामा में ईलाज चल रहा है और दोनों खतरे से बाहर बताये जा रहे है।

एक ने पहना था हेलमेट और सात थे नकाबपोश –

डकैती की वारदात के दौरान एक बदमाश ने हेलमेट पहन रखा था जबकि अन्य बदमाशों ने मुंह को गमछे से ढक रखा था। सीसीटीवी फुटेज में जो बदमाश सबसे आगे भागता दिखाई दिया है केवल उसने ही हेलमेट पहन रखा था। सीसीटीवी फुटेज में देखने से लग रहा है कि हेलमेट पहने बदमाश ही सरगना है। वही हेलमेट पहने हुआ बदमाश दुकान से निकलकर एक सकरी गली में घुस गया था और पीछे मुड़ा तो देखा उसके साथी नही थे तो वह फिर वापस मोड़ तक आया और साथी बदमाशो को आवाज देकर गली में बुलाया और भाग निकला। ऐसे में पुलिस अनुमान लगा रही है कि शायद केवल उसे ही पूरे क्षेत्र की जानकारी थी।

काम नही कारनामे बोलते है देखो बोल गया –

सोमवार को प्रदर्शन कर रहे व्यापारियों का आक्रोश सपा सरकार पर जमकर फूटा। लखनऊ व्यापार मंडल के महामंत्री अमरनाथ मिश्रा ने कहा कि सरकारें ही डकैती डलवाती है। अमरनाथ ने कहा कि सरकार कहती है कि काम बोलता है और कोई जवाब देता है कि काम नही कारनामे बोलते है और देखो कारनामा बोल ही गया। व्यापारी नेता अमान ने कहा कि जब पुलिस को जरुरत पड़ती है तो व्यापारी सबसे ज्यादा साथ देता है। क्षेत्र में ड्यूटी हो तो व्यापारी खाने पीने का इंतेजाम करता है,कोई आवश्यकता हो तो व्यापारी सबसे ज्यादा चन्दा देता है बावजूद इसके व्यापारियों की सुरक्षा में ही पुलिस नाकाम है।

नहीं चलते पुराने लखनऊ में कैमरे –

एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि लखनऊ के पूर्व कप्तान यशस्वी यादव ने व्यापारियों के करोड़ो रुपयों से कैमरे खरिदवाकर शहर भर को कैमरों से लैस किया था। व्यापारियों को चूसकर यशस्वी ने यश तो कमा लिया लेकिन उनके ये कैमरे फुस्स साबित रहे। कैमरे लगे होने के बाद से तमाम वारदाते हुई लेकिन इन कैमरों की मदद से आज तक एक भी खुलासा नही हुआ है। एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनिल बजाज ने कहा कि बदमाश अवैध असलहों के बल पर वारदातों को अंजाम देते है लेकिन सुरक्षा के लिए व्यापारियों को शास्त्र लाइसेंस नही मिल रहे। बीते कई वर्षों से सरकार ने शास्त्र लाइसेंस पर रोक लगा रखी है और व्यापारी हर वक्त खतरे में जी रहा है। लखनऊ कपड़ा व्यापारी एसोसिएशन के मंडल अध्यक्ष अशोक मोटवानी ने कहा कि व्यापारियों की सुरक्षा में पुलिस हमेशा नाकाम रही है और व्यापारियों की सुरक्षा को लेकर आज तक पुलिस ने कोई पहल नही की।

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