लखनऊ। एक्सीडेंट व ट्रॉमा के मामले में मरीजों को समय पर प्राथमिक इलाज न मिलने से मौत हो जाती है। इस दौरान अगर एंडवास्ड ट्रॉमा लाइफ स्पोर्ट (एटीएलएस) प्रशिक्षण के माध्यम से मरीजों को मौत से बचाया जा सकता है। यह जानकारी शनिवार को किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में स्किल्स इंस्टीट्यूट के निदेशक डॉ. विनोद जैन ने तीन दिवसीय प्रशिक्षण के समापन पर छात्रों से कही। इस कोर्स के प्रतिभागी केजीएमयू के अलावा नेपाल, अफगानिस्तान, भोपाल, मुंबई, बंगलुरू, वाराणसी, ऋ षिकेश, कमांड हास्पिटल के थे।
प्रतिभागियों ने बताया कि कोर्स में समाहित हैंड्स ऑन प्रशिक्षण से उन्हें काफी लाभ मिला है। इस प्रशिक्षण को लेने बाद वह ट्रॉमा मरीजों का इलाज बेहतर तरीके से कर सकेंगे। अफ गानिस्तान एवं नेपाल से आए प्रतिभागियों ने आग्रह किया कि वह अपने देश में भी इस प्रकार के प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना करना चाहते हैं। इसके लिए इंस्टीट्यूट के निदेशक डॉ. विनोद जैन ने प्रतिभागियों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। इस कोर्स के प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्य रूप से कोर्स निदेशक डॉ. समीर मिश्रा, कोर्स को-आर्डिनेटर डा. शालिनी गुप्ता, कोर्स प्रशिक्षण में फैकेल्टी के रूप में डॉ. दिव्य नारायण उपाध्याय, डॉ. हेमलता, डॉ. विकास सिंह, डॉ. कुल रंजन, डॉ. नेहा राय उपस्थित रहीं।
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