6,06,569 दीप प्रज्ज्वलन कर बना विश्व कीर्तिमान
सरयू आरती उतारते योगी को देख छलक आई आंखें
लखनऊ- प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दिवाली ने इस बार खासी सुर्खियां बटोरीं। एक्चुअल हो या वर्चुअल, योगी की दिवाली ने पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित किया। 492 साल के इंतज़ार के बाद इस बार पहला अवसर था कि, जब श्री रामजन्मभूमि स्थल पर दीप जलाए गए, तो योगी सरकार ने भी इस खास मौके को भव्य और दिव्य बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। एक ओर अयोध्या में ‘दिव्य दीपोत्सव’ आयोजित कर ‘श्रीराम का स्वागत-अभिनंदन’ किया गया तो दुनिया भर के ऐसे श्रद्धालु जो, भौतिक रूप से अयोध्या में शिरकत नहीँ कर सके, उन्हें ‘वर्चुअल दीपोत्सव’ के जरिये इस कार्यक्रम में सहभागिता का अवसर मिला।
अवधपूरी अति रुचिर बनाई: अपने आराध्य प्रभु श्री राम के आगमन के लिए समूची अयोध्या दुल्हन की तरह सजी थी। अयोध्या की छोटी गलियों से लेकर मुख्य मार्गों, सभी सरकारी, धार्मिक भवनों को पर तो आकर्षक लाइटिंग की ही गई थी, नगरवासियों ने भी अपने घरों को सजाया-संवारा था। हर ओर राम थे, सब कुछ राममय था।जन्मभूमि परिसर में योगी आदित्यनाथ ने दंडवत कर रामलला को नमन किया, तो सरयू मइया की आरती उतारते भावुक योगी आदित्यनाथ की तस्वीरें देख हर किसी की आंखों में आह्लाद का सागर उमड़ आया।खास मौके पर राम की पैड़ी पर एक साथ 6,06,569 दीप जलाने का विश्व कीर्तिमान भी रचा गया। इस वैश्विक घटना को पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और योगी कैबिनेट के अनेक सहयोगियों के साथ मुख्यमंत्री योगी इस मौके पर रामलला के समक्ष मौजूद थे। श्री राम जन्मभूमि मन्दिर निर्माण शुरू होने से उपजे सहज आह्लाद के साथ आत्मीयता के भावों को संजोए हुए आराध्य प्रभु के प्रति आस्था निवेदित करते हुए सरयू तीरे जल रहे 6,06,569 दीपों के बीच निहाल श्रद्धालुओं का हर्ष और उल्लास देखते ही बन रहा था। सहज भाव से हो रहे ‘राम राम जय राजा राम’ ‘जय सिया राम’ ‘राजा रामचन्द्र की जय’ जयघोष के साथ सरयू की लहरों में उठती तरंगें देख, ऐसा लगता था कि मानों सरयू मैया भी अपने राम की जयकार कर रही हों। दीपोत्सव के लिए पूरी अवधपुरी को सजाया गया था।
वर्चुअल दीप जलाकर पाया एक्चुअल आशीर्वाद: ऐतिहासिक दीपावली के मौके पर भौतिक रूप से अयोध्या में अनुपस्थित करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए योगी सरकार का खास प्लान ‘वर्चुअल दीपोत्सव’ श्रद्धालुओं को खूब भाया। अब तक करीब 12 लाख श्रद्धालुओं ने इस वर्चुअल प्लेटफार्म के जरिये श्री रामलला विराजमान दरबार में हाजिरी लगाई है। देश के लगभग सभी राज्यों से तो राम भक्तों ने वर्चुअल दीप प्रज्ज्वलित किया ही, यूएस, यूके, यूएई,मलेशिया, नेपाल, साउथ कोरिया, भूटान आदि देशों से भी बड़ी संख्या में लोगों ने सहभागिता की। बता दें, कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 13 नवम्बर को इस वर्चुअल दीपोत्सव की वेबसाइट का लोकार्पण किया था।
प्रदेश सरकार द्वारा तैयार यह अनूठा वर्चुअल दीपोत्सव प्लेटफार्म बिल्कुल रियल जैसा अनुभव देने वाला है। पोर्टल पर श्रीरामलला विराजमान की तस्वीर है। जिसके समक्ष दीप वर्चुअल दीप प्रज्ज्वलन किया जा सकता है। यहां सुविधा है कि श्रद्धालु अपने भावानुसार मिट्टी, तांबे, पीतल के दीप-स्टैंड का चयन कर सके। घी, सरसों अथवा तिल के तेल का विकल्प भी उपलब्ध है। यही नहीं श्रद्धालु अगर पुरुष है तो पुरुष अथवा महिला है तो महिला के वर्चुअल हाथ दीप प्रज्ज्वलित करने की भी सुविधा है। दीप जलाने के बाद श्रद्धालु के विवरण के आधार पर रामलला की तस्वीर के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से धन्यवाद-पत्र भी जारी हो रहा है, जिसे लोग बड़े उत्साह के साथ फेसबुल, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर शेयर करते हुए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दे रहे हैं।
वैदिक सिटी बनाने का लिया संकल्प: अयोध्या में आयोजित ‘दिव्य दीपोत्सव’ में श्री राम के प्रतीकात्मक राज्याभिषेक करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि श्री राम की अयोध्या के साथ सदियों तक बहुत अन्याय हुआ है। जो अयोध्या जन्म और जीवन दोनों तारती है वह, कुछ लोगों की कुत्सित सोच के कारण वर्षों तक अपमानित होती रही है। पर अब ऐसा नहीं होगा। अयोध्या को उसका गौरव मिलेगा। हम इसे वैदिक सिटी के रूप में विश्व मानचित्र पर गौरव दिलाएंगे।मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार हमने 06 लाख दीप अयोध्या में जलाए हैं, अब अगले साल 7.51 लाख दीपकों से अयोध्या रोशन होगी।