कैल्शियम और दूध के प्रोडक्ट के साथ साथ डॉक्सीसाइक्लिन ना लें- सुनील

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लखनऊ ।कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा बिना लक्षण वाले मरीजों को ओम आइसोलेशन की सलाह दी गई है , जिसमें चिकित्सा प्रशासन द्वारा कुछ दवाएं उपलब्ध कराई जा रही है और आवश्यक सलाह दी गई है । शुरुआत के 3 दिन एज़ीथ्रोमाइसिन लेने की सलाह दी गई है , जिसे सुबह खाली पेट एक गोली रोज लेना है, इसे किसी भी एंटासिड या गैस की चूसने वाली दवाओं के साथ नही लेना है ।
 

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जिसमें 3 दिन के बाद डॉक्सीसाइक्लिन का प्रयोग करने की सलाह दी गई है, वही साथ में जिंक का भी सेवन करना है ,औषधियों का प्रभाव अच्छा हो और उसका दुष्प्रभाव ना पड़े इसके लिए उत्तर प्रदेश फार्मेसी कौंसिल के पूर्व चेयरमैन एवं सिविल चिकित्सालय के चीफ फार्मासिस्ट सुनील यादव का कहना है कि डॉक्सीसाइक्लिन को लेते समय या ध्यान रखना चाहिए कि उसे दूध दही चीज या कैल्शियम आदि के साथ ना लें । वही जिंक और डॉक्सीसाइक्लिन साथ साथ नही लेना है । उसे अलग लेना चाहिए । दोनों के बीच कम से कम 2 घंटे का अंतर होना चाहिए ,क्योंकि जिंक के साथ लेने से डॉक्सीसाइक्लिन का असर कम हो सकता है वही डेरी प्रोडक्ट के साथ डॉक्सीसाइक्लिन का पाचन सही से नहीं हो सकता है । इसलिए दूध और दूध से बने अन्य वस्तुओं को डॉक्सीसाइक्लिन के साथ नहीं लेना है , जिन लोगों को cycline ग्रुप की एंटीबायोटिक से हाइपरसेंसटिविटी (रिएक्शन) होता है ,उन्हें यह दवा नहीं लेनी है साथ ही 12 वर्ष से कम के बच्चों को भी डॉक्सीसाइक्लिन ना लेने को कहा गया है । गर्भवती महिलाओं एवं धात्री महिलाएं जो बच्चे को स्तनपान करा रही हैं उन्हें भी औषधि नहीं लेनी है । विशेष तौर पर गर्भ के दूसरे और तीसरे त्रैमासिक में यह दवा नुकसान पहुंचा सकती हैं । उसके स्थान पर अन्य दवा हेतु चिकित्सक से सलाह लें । डॉक्सीसाइक्लिन को भोजन के साथ बैठ कर के एक गिलास पानी के साथ लेना चाहिए और सोने से एक घंटा से ज्यादा पूर्व ही यह औषधि लेनी है । जो मरीज पहले से टीबी की दवा ले रहे हैं या किडनी अथवा लीवर के मरीज है उन्हें चिकित्सक को यह बात जरूर बता देनी चाहिए । औषधियों को सूरज की सीधी रोशनी से बचाना चाहिए तथा 25 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान के भीतर ही संभाल कर रखना चाहिए ।
मरीजों को आइबरमेक्टिन 12mg 3 दिन लेने, मरीजों के साथ रहने वाले लोगों को 12 mg पहले दिन और सातवें दिन और तीसवें दिन रोग से बचाव के लिए लेने की सलाह दी गई है । इस दवा का डोज 200 माइक्रोग्राम प्रति किलो शरीर के वजन के अनुसार निर्धारित किया गया है । अधिकतम 12 मिलीग्राम को रात के खाने के 2 घंटे बाद सोने के पहले लिया जाना है, दवा के साथ भरपूर मात्रा में पानी पिए । गर्भवती महिलाएं एवं 2 साल से छोटे बच्चों को आइबरमेक्टिन नहीं लेनी है ।
इस प्रकार मरीजों को दी गई सलाह के अनुसार औषधियां लेनी चाहिए जिससे वे शीघ्र स्वस्थ हो सके साथ ही चिकित्सकों एवं प्रशासन द्वारा पूर्व से दिए गए सलाह के अनुसार अन्य औषधियां भी लेते रहें और दिन में भाप दो बार तथा काढ़ा लें एवं हरी सब्जियां भरपूर मात्रा में लें एवं शरीर में पानी की मात्रा कम ना होने पाए इस बात का हमेशा ध्यान रखें । गुनगुना पानी पियें । साथ ही हमेशा सकारात्मक बने रहे।

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