लखनऊ – किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के लॉरी कार्डियोलॉजी विभाग में बीतीरात महिला मरीज की मौत पर परिजनों ने हंगामा मचाते हुए रेजीडेंट डाक्टरों से मारपीट शुरू कर दी। बताते है कि हंगामा कर रहे परिजनों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही थी, वह सब इमरजेंसी के अंदर घुस कर तोड़ फोड़ करने लगे। रेजीडेंट डाक्टरों ने किसी बाथरूम व अन्य स्थानों पर छुप कर अपनी जान बचायी। मौके पर पहुंची पुलिस से परिजनों ने तीखी-नोंक झोंक की। इसके बाद रेजीडेंट डाक्टरों ने सुबह से इमरजेंसी में हड़ताल कर दी। शाम तक इमरजेंसी में काम रहा, लॉरी आने वाले मरीजों को ट्रामा सेंटर जाने की नोटिस लगा दी गयी आैर कहा गया कि अब वहां पर कार्डियक इमरजेंसी चलेगी। देर शाम को पुलिस सुरक्षा में कार्डियक इमरजेंसी शुरू कर दी गयी थी।
खदरा निवासी सायराबानों को शुक्रवार की दोपहर में लॉरीकार्डियोलॉजी में भर्ती हुई थी। जांच के बाद डाक्टरों ने उन्हें माइनर हार्ट अटैक बताते हुए इमरजेंसी ट्रीटमेंट देकर डिस्चार्ज कर दिया, जबकि परिजन उन्हें भर्ती करने के लिए फरियाद कर रहे थे। डाक्टरों ने बिस्तर खाली न होना बताकर लौटा दिया था। बीतीरात करीब रात डेढ़ बजे फिर सायरोबानों को परेशानी होने पर लॉरी लेकर आये। आरोप है कि डाक्टरों ने जांच करके इलाज तो किया लेकिन भर्ती करने से मना कर दिया। बताते है कि इस बीच महिला की मौत हो गयी। इस नाराज परिजनों डाक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे। परिजनों ने अपने परिचितों को भी सूचित कर दिया। कुछ ही देर में सैकड़ों की संख्या में लोग इमरजेंसी में घुसकर तोड़ फोड़ करने लगे। भीड़ रेजीडेंट डाक्टरों को तलाश कर रहे थे।
कोई रेजीडेंट बाथरूम में छुपा तो कोई बिस्तर के पीछे छिपा गया। सीनियर डाक्टरों ने कुलपति को सूचना दी, तब पुलिस पहुंची तो परिजन उनसे भी भिड़ गये। भीड़ बाहर निकलने को तैयार ही नही हो रही थी। बड़ी मुश्किलों से भीड़ को पुलिस ने बाहर निकाला। लॉरी कार्डियोलॉजी इमरजेंसी में बीतीरात तोड़-फोड़ के बाद सुबह जब सीनियर डाक्टर पहुंचे तो रेजीडेंट डाक्टरों ने आपबीती सुनायी आैर कार्रवाई की मांग की। सीनियर डाक्टरों ने आश्वासन दिया, लेकिन भर्ती करने में मनाही शुरु हो गयी। ग्यारह बजे अचानक रेजीडेंट डाक्टरों ने हड़ताल शुरू कर दी। इमरजेंसी में भर्ती बंद हो गयी। ताला लगा दिया गया। इमरजेंसी में हार्टपेन की शिकायत लेकर गोलागंज निवासी सतीश कुमार के परिजन परेशान हो गये।
इसी प्रकार दस बजे आये हरदोई से आये बनवाली लाल के परिजन ने बताया कि बाहर ईसीजी तो हो गयी, लेकिन आगे इलाज नहीं बंद हो सका। इमरजेंसी में पहले से भर्ती मरीजों का तो इलाज किया जा रहा था ,लेकिन नये मरीजों को नहीं लिया जा रहा था। मौके पर पहुंचे केजीएमयू प्राक्टर डा. आरए एस कुशवाहा व अन्य डाक्टर रेजीडेंट डाक्टरो को समझाने में नाकाम हो गये। इस पर मरीजों को ट्रामा सेंटर रेफर करने के निर्देश दे दिया। डा. कुशवाहा ने बताया कि लॉरी इमरजेंसी आने वाले मरीजों को ट्रामा सेंटर में इलाज कराने के निर्देश दे दिया गया।
केजीएमयू प्रवक्ता डा. सुधीर ने दावा कि काम बंद किये इमरजेंसी के डाक्टरों से वार्ता के बाद लॉरी कार्डियोलॉजी परिसर में ही पुलिस चौकी बनाने के निर्देश दे दिये है। तब तक वजीरगंज पुलिस दिन रात लगातार गश्त करने वाली टीम का गठन कर दिया है। इसके अलावा मारपीट व तोड़फोड़ करने वाले परिजनों के खिलाफ रिपोर्ट कराने के निर्देश दे दिये गये है। पुलिस ने जल्द ही कार्रवाई करने आश्वासन दिया है। रेजीडेंट डाक्टरों का कहना है कि जल्द ही इमरजेंसी को ट्रामा सेंटर शिफ्ट कराया जाए।
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