निदेशक ने बनाई आठ सदस्यीय जांच कमेटी, रिपोर्ट के बाद होगी कार्रवाई
लखनऊ । पीजीआई में बृहस्पतिवार की दोपहर कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट की ओटी में एक मरीज के आपरेशन के दौरान डाक्टर और नर्सिंग आफिसर के बीच किसी बात को लेकर कहा सुनी हो गयी। आरोप है कि डाक्टर ने आपा खोते हुए वहां मौजूद लोगों के सामने नर्सिंग आफीसर को तमाचा जड़ दिया। घटना के बाद पीजीआई के नर्सिंग स्टाफ ने जम कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और प्रसाशनिक भवन को घेराव किया। वार्ता में निदेशक ने जब एक जांच कमेटी गठित कर रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की मांग की तब जाकर नर्सिंग एसोसिएशन के लोग शांत हुए। नर्सिंग डिपार्टमेंट के लोग डॉक्टर को सस्पेंड करने की लगातार मांग कर रहे हैं।
कार्डियक वैस्कुलर सर्जरी मे ओ टी से निकलकर आई सी यू में मरीज का हाल चाल लेने जा रही आरोपी चिकित्सक वरूणा वर्मा ने बताया कि उसके साथ छेडछाड कर रहा था । नर्सिंग ऑफिसर धर्मेंद्र सिंह के मुताबिक वह गुरुवार को सीवीटीएस की ओटी में थे तभी डॉक्टर वरुणा वर्मा ने सर्जरी के दौरान एक इंस्ट्रूमेंट मांगा, उसे इंस्ट्रूमेंट देने में एक सेकंड की देरी हुई थी कि डॉ ने उसी इंस्टूमेंट से उसके हाथ पर मार दिया और गाल पर थप्पड़ भी मारा लेकिन वो पीछे हट गया तो थप्पड़ नहीं पड़ा। इसके बाद जैसे ही नर्सिंग एसोसिएशन के लोगों को जानकारी हुई तो सैकड़ों की संख्या में नर्सिंग यूनियन के पदाधिकारी प्रशासनिक भवन पहुंच गये और नाराजगी जाहिर करने लगे।
काफी देर तक यूनियन के नेताओं सीमा शुक्ला, सुजान सिंह, विवेक शर्मा, रेनू अस्थाना, मनोज, अजय कुमार सिंह और निदेशक के बीच एडम ब्लाक में आपसी बातचीत जारी है लेकिन कोई निष्कर्ष नही निकला। बाद में निदेशक ने जांच कमेटी गठितl कर 24 घंटे में रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई करने की बात कही है। इस कमेटी का चेयरमैन कार्डियोलॉजी प्रमुख प्रो आदित्य कपूर को जबकि प्रो वीके पालीवाल, प्रो अनुपमा कौल, प्रो बिपिन चंद्रा को सदस्य और नर्सिंग यूनियन की तरफ से दिए गए चार नाम एएनएस अजय कुमार सिंह, नव रतन सिंह, मंजू लता कमल, शिव दयाल शर्मा को सदस्य बनाया गया है।