लखनऊ। राजस्थान में दोसा के लालसोट में गायनीकोलॉजिस्ट डॉ अर्चना शर्मा की आत्महत्या के विरोध में पूरे देश में जबरदस्त प्रदर्शन होने लगा है। राजस्थान सहित दूसरे राज्यों के चिकित्सक संवर्ग घटना को लेकर बेहद आक्रोशित है। बुधवार को किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के रेजिडेंट जूनियर डॉक्टरों ने राजस्थान में डॉक्टर द्वारा आत्महत्या करने के विरोध में दोषियों को सजा दिलाने की मांग की। इसके साथ ही सभी डॉक्टरों ने केजीएमयू कुलपति भवन के पास डॉक्टर की फोटो के सामने मोमबत्ती जलाकर आक्रोश प्रकट किया।
निजी और सरकारी दोनों क्षेत्र के चिकित्सकों ने इस पर विरोध प्रदर्शन करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। दूसरी ओर इस मामले में राजस्थान मुख्यमंत्री ने इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कराने के निर्देश दे दिए हैं और कहा है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के डॉक्टरों ने भी इस घटना पर आक्रोश व्यक्त किया है। बुधवार को शाम को रेजीडेण्ट व जूनियर डॉक्टरों ने कुलपति कार्यालय के सामने मोमबत्ती जलाकर इस घटना पर आक्रोश व्यक्त किया और दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की।
बताते चले कि दिवस 29 मार्च को निजी हॉस्पिटल चलाने वाली डॉ अर्चना शर्मा ने एक महिला मरीज की मौत को लेकर उनके खिलाफ पुलिस में हत्या का मुकदमा दर्ज कराने से व्यथित होकर आत्महत्या कर ली थी। सोशल मीडिया पर डॉ अर्चना का सुसाइड नोट तेजी से वायरल हो रहा है।
आत्म हत्या से पहले डॉ अर्चना ने लिखा
“मैं मेरे पति मेरे बच्चों से बहुत प्यार करती हूं कृपया मेरे मरने के बाद इन्हें परेशान नहीं करना मैंने कोई गलती नहीं की किसी को नहीं मारा, पीपीएच एक नोन कॉम्प्लिकेशन है इसके लिए डॉक्टर को इतना प्रताड़ित करना बंद करो मेरा मरना शायद मेरी बेगुनाही साबित कर दे। डोंट हैरेस इनोसेंट डॉक्टर्स प्लीज लव यू प्लीज मेरे बच्चों को मां की कमी महसूस नहीं होने देना”