लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. मदन लाल भट्ट ने मंगलवार को sgpgi के निदेशक प्रोफेसर आर के धीमन से कल्याण सिंह सुपर स्पेशलिटी कैंसर इंस्टीटयूट के निदेशक का पद भार ग्रहण कर लिया, इससे पहले पी जी आई रेडियोथेरेपी के विभागाध्यक्ष प्रो शालिन कुमार ने कल्याण सिंह सुपर स्पेशियलिटी कैंसर इंस्टीट्यूट के स्थायी निदेशक थे, लेकिन इंस्टीट्यूट के कार्य में कुछ आपत्ति लग जाने पर उन्हें इस्तीफा देना पड़ा उसके बाद वर्ष 2021 में कल्याण सिंह सुपर स्पेशियलिटी कैंसर इंस्टीट्यूट का प्रभार/ अतिरिक्त कार्यभार भी प्रो धीमन को चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने कार्यवाहक निदेशक की जिम्मेदारी सौंपा गया था।
डॉ. आर के धीमन ने कल्याण सिंह सुपर स्पेशियलिटी इंस्टीट्यूट के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जब वह 17 सितंबर 2021 को संस्थान में शामिल हुए, तो उनके समक्ष कई चुनौतियाँ थीं। उनके लगातार और अथक प्रयासों से, संस्थान में कैंसर रोगियों के लिए समर्पित बिस्तरों की क्षमता 750 हुई और दूसरे चरण में 1250 बिस्तरों की सुविधा के लिए भविष्य के विस्तार की भी परिकल्पना की गई। सरकार ने स्थायी गैर-शिक्षण कर्मचारियों और 62 संकाय के 503 पदों को मंजूरी दी। संस्थान को चलाने के लिए कुल 565 नये पद भी सृजित किये गये। निर्माण कार्य में भी तेजी लाई गई और 8 मॉड्यूलर ओटी, 12 बेड वाले प्री ऑप वार्ड और 16 बेड वाले पोस्ट ऑप वार्ड वाले ओटी कॉम्प्लेक्स की एक मंजिल को 11 जून 2022 से क्रियान्वित कर दिया गया।
इसी तरह, आईपीडी भवन ने 11 जून 2022 को काम करना शुरू कर दिया। माइक्रोबायोलॉजी लैब और पैलिएटिव केयर यूनिट ने भी काम करना शुरू कर दिया। मरीजों की भर्ती, ओपीडी पंजीकरण और ऑपरेशन पिछले वर्ष की तुलना में दोगुने हुये। प्रोफेसर धीमन ने प्रोफेसर भट्ट को बधाई देते हुए कहा कि उनकी अकादमिक उत्कृष्टता और व्यापक अनुभव के साथ संस्थान और आगे बढ़ेगा।