लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के ट्रामा सेंटर में बाराबंकी जैसे शराब कांड के तीस चालीस मरीज एक साथ आये, तब भी उन्हें तत्काल उच्चस्तरीय इलाज दिया जाएगा। इसके लिए ट्रामा सेंटर में नये प्रोटोकॉल तैयार कर दिया है। इसकेतहत स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोटोकॉल (एसओपी) तय किया जा रहा है। मंगलवार को इसकी विस्तृत गाइड लाइन तैयार करने के लिए पहली बैठक हुई। इसमें तय किया गया कि 15 दिन में प्रोटोकाल तैयार कर लिया जाएगा। बाराबंकी शराबकांड में केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में एक साथ तीस व लगभग करीब 47 मरीज लगातार पहुंचे थे। इस घटना के बाद केजीएमयू प्रशासन ने चिकित्सा को उच्चस्तरीय करने के लिए नये सिरे से प्रोटोकॉल बनाने का निर्णय लिया है।
मंगलवार को इस कमेटी की बैठक हुई। इसमें तय किया गया कि 15 दिन के अंदर प्रोटोकॉल तैयार किया जाएगा। इसमें पेशेंट केयर को प्राथमिकता दी जाएगी। इस बात का भी ध्यान रखा जाएगा कि अचानक मरीजों की भीड़ बढ़ने पर दूसरे मरीजों का इलाज प्रभावित न होने पाए। अचानक भारी संख्या में मरीजों के आने की सूचना मिलते ही कौन-कौन से विभाग पूरी टीम के साथ तत्काल ट्रामा पहुंच जाएगा, इसका भी ब्यौरा तैयार किया जाएगा। इमरजेंसी पैथालॉजी से लेकर वेंटीलेटर प्रबंधन को भी प्रोटोकॉल में शामिल किया जाएगा। ताकि गंभीर मरीजों को भी बेहतर इलाज मिल सके।
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