कानपुर से बलिया तबादला, अनुशासनिक कार्यवाही की भी संस्तुति, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के निर्देश पर हुई कार्रवाई
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लखनऊ। कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की महिला जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर से अभद्रता के आरोप में नेत्र चिकित्सक पर गाज गिरी है। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के निर्देश पर नेत्र सर्जन का तबादला कर दिया गया है। साथ ही अनुशासनिक कार्यवाही के लिए जाँच कमेटी गठित करने की भी संस्तुति की गई है।
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की महिला रेजिडेंट डॉक्टर ने उर्सला अस्पताल के नेत्र चिकित्सक डॉ. कुमार नीलोप्पल कटियार पर अभद्र एवं अशोभनीय व्यवहार करने के आरोप लगाये थे। रेजिडेंट डॉक्टर ने इसकी लिखित शिकायत भी की थी। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने शिकायत का संज्ञान लिया। उन्होंने तत्काल डॉ. कटियार का बलिया जिला चिकित्सालय में तबादला करने के आदेश दिए हैं।
साथ ही अस्पताल व विभाग की छवि खराब करने के आरोप में डॉ. कटियार के खिलाफ अनुशासनिक कार्यवाही करने की संस्तुति भी की है। इसके लिए चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के मण्डलीय अपर निदेशक को जाँच अधिकारी नामित करने के निर्देश भी प्रमुख सचिव को दिए हैं।
*मरीज से अभद्रता की होगी जांच*
कानपुर स्थित उर्सला अस्पताल में मरीज से अभद्रता संबंधी खबरें 16 अक्तूबर को मीडिया में आईं। डिप्टी सीएम ने इस पर कड़ी नाराजगी जाहिर की। प्रकरण में प्रभावी कार्यवाही न किये जाने पर उर्सला के निदेशक से पूरे प्रकरण की जाँच कर आख्या एवं निदेशक द्वारा प्रभावी नियन्त्रण न रख पाने के लिए उनका स्पष्टीकरण तलब किया है। एक सप्ताह में चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण महानिदेशक को रिपोर्ट सौंपने को कहा है। डिप्टी सीएम ने कहा कि विभाग और सरकार की छवि खराब करने वाले किसी भी प्रकरण को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
*सीटी स्कैन जांच में अव्यवस्था, जांच के निर्देश*
बागपत जिला चिकित्सालय में सीटी स्कैन जांच व अन्य अव्यवस्थाओं का मामला उजागर हुआ है। इस संबंध में 11 अक्तूबर को मीडिया में खबरें आई। डिप्टी सीएम ने मुख्य चिकित्साधिकारी को प्रभावी कार्यवाही कर व्यवस्थाएं ठीक कराये जाने के निर्देश दिए हैं। पूरे प्रकरण की एक सप्ताह में रिपोर्ट भी तलब की है।
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को प्रयागराज के स्वरूपरानी मेडिकल कॉलेज में अव्यवस्थाओं की शिकायत मिली थी। उन्होंने कॉलेज के प्रधानाचार्य को अधीक्षक डॉ. एके सक्सेना से स्पष्टीकरण तलब करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही अव्यवस्थाओं में सुधार कर एक सप्ताह के अन्दर कार्यवाही की रिपोर्ट मांगी है।