लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय ट्रामा सेंटर में रात करीब साढ़े दस बजे के आसपास दूसरे तल पर शॉर्ट सर्किट से भीषण आग लग गई। दूसरे तल पर स्थित मेडिसिन विभाग और आर्थोपेडिक विभाग के वार्डो में आग के कारण धुआं उठने लगा, जिससे वहां पर अफरा तफरी मच गई और विभागों से तीमारदार अपने मरीजों को बिस्तर सहित लेकर बाहर की ओर भागने लगे। बताया जाता है कि लापरवाही का आलम यह था कि तैनात सुरक्षा गार्ड और कर्मचारी आग बुझाने तथा मरीजों की मदद करने की वजह खुद बाहर की ओर भाग निकले। आग ने कुछ देर में विकराल रूप धारण कर लिया और वहां पर रखें अन्य क्लीनिकल सामानों को जलाना शुरु कर दिया। कुछ कर्मचारियों ने आग बुझाने की कोशिश की लेकिन आग इतनी विकराल थी उन्हें पीछे हटना पड़ा।
दूसरे तल पर धुएं के कारण कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। उधर आग लगने की खबर पाकर तीसरे और चौथे तल पर स्थित बाल रोग विभाग न्यूरो सर्जरी तथा सर्जरी विभाग के मरीजों को तीमारदार लेकर भागने लगे। आग की सूचना पाकर चौक फायर बिग्रेड की गाड़ी और हजरतगंज से फायर ब्रिगेड की गाड़ियां पहुंच गई। आग बुझाने की कोशिश की जा रही थी लेकिन धुएं के कारण आग बुझाना मुश्किल होता जा रहा था। तीमारदार अपने अपने मरीजों को लेकर सड़कों पर आ गए थे, लेकिन गंभीर मरीजों को इलाज की चिंता सताने लगी थी। मौके पर पहुंचे केजीएमयू के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ शंखवार, ट्रामा सेंटर के डॉ सुरेश कुमार तथा डॉक्टर संदीप तिवारी ने मरीजों को शताब्दी फेस टू में स्विफ्ट कराना शुरू कर दिया था। डॉक्टर संदीप तिवारी ने बताया सेकंड फ्लोर पर आर्थो पैडिक और मेडिसिन विभाग के बीच में लिफ्ट के पास रखे सामान में आग लगने की संभावना बताई जा रही है, परंतु अभी कुछ भी कहना स्पष्ट नहीं है कि आप किन कारणों से लगी है।
उन्होंने बताया अभी किसी मरीज के मरने की जानकारी भी उनको नहीं है अभी वह लोग मरीजों को दूसरी जगह शिफ्ट कराने और आग बुझाने की कोशिश में लगे हुए हैं। आज की घटना में सबसे ज्यादा तीसरे तल पर स्थित क्रिटिकल केयर यूनिट पर वेंटिलेटर के मरीजों की मुसीबत बढ़ गई इसी तरह पांचवे तल पर स्थित वेंटीलेटर यूनिट पर भी मरीजों के तीमारदारों में भी हड़कंप मच गया। वह लोग चीखने चिल्लाने लगे और अपने मरीज को बचाने की गुहार लगा रहा था।
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