लखनऊ। राजधानी में डेंगू से पांचवी मौत हो गयी। सोमवार को जानकीपुरम विस्तार निवासी 55 वर्षीय महिला की डेंगू से मौत हो गयी। डेंगू के अब तक 1506 मरीज मिल चुके है आैर मलेरिया के 462 मरीज मिले है। सोमवार को राजधानी में 14 मरीज मिले है, जब कि मलेरिया की चार मरीजों में पुष्टि हुई है। इसके अलावा बुखार के मरीज भी लगातार बढ़ रहे है। सरकारी अस्पतालों का आंकड़ा देखा जाए तो वायरल बुखार के लगातार बढ़ रहे है। ओपीडी में आने वाले मरीजों का कहना है कि वायरल बुखार से शरीर बुरी तरह टूट रहा है आैर कमजोरी आ रही है। जिसके कारण उठने बैठने में दिक्कत होने लगती है।
राजधानी में डेंगू का कहर तेजी पकड़ रहा है। दो दिन में डेंगू से दूसरी मौत है। बताया जाता है कि रिटायर आबकारी अधिकारी की पत्नी बबिता (55) को पिछले कई दिन से बुखार आ रहा था। बुखार के दौरान प्लेटलेट्स तेजी से कम हो रही थी। तबियत लगातार बिगड़ने पर इंदिरा नगर स्थित निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। दो दिन पहले भर्ती कराया था। जहां इलाज के दौरान मौत हो गयी। इससे पहले गोमती नगर के वास्तु खंड निवासी अशोक कुमार की माता की बलरामपुर अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गयी थी। सीएमओ कार्यालय के आंकड़ों के अनुसार 24 घंटे में डेंगू के 14 मरीज मिले है। इनमें इंदिरा नगर में सबसे ज्यादा चार मरीज मिले है।
वही अलीगंज व अलीगंज में तीन- तीन, आलमबाग में दो, ऐशबाग आैर माल में एक – एक मरीज मिले है। जब कि मलेरिया के चार मरीजों में अलीगंज में दो, इंदिरा नगर व चौक में एक- एक मरीज की पुष्टि हुई है। सीएमओ कार्यालय प्रवक्ता योगेश ने बताया कि मच्छर जनित स्थितियों के सर्वे में 13 भवन मालिकों को नोटिस दी गयी है। सीएमओ कार्यालय के अनुसार प्रतिदिन एंटीलार्वा का छिड़काव, फागिंग कराने का दावा किया जा रहा है।
जब कि स्थानीय नागरिक इसे नकारते है। बलरामपुर अस्पताल , सिविल अस्पताल, लोक बंधु अस्पताल सहित अन्य अस्पतालों में वायरल बुखार के मरीज लगातार बढ़ रहे है। मरीजों का कहना है कि बुखार अचानक तेज हो जाता है आैर उतरने में दो से तीन दिन लग जाता है। इसके साथ कमजोरी इतनी ज्यादा आ जाती है कि उठने बैठने में दिक्कत होने लगती हैं।