लखनऊ। कैबिनेट मंत्री के गनर की पिस्टल एमआरआई मशीन में फंसने के बाद गोमती नगर के डा. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान की जांच कमेटी एक सप्ताह से गनर को तलाश रही है। जांच कमेटी को बयान के लिए गनर तलाशे नही मिल रहा था। तलाश न पाने से परेशान निलम्बित गनर की तलाश में दोबारा पुलिस की मदद मांगी। इसके बाद अब वह बुधवार को बयान के लिए आएंगा। उधर एमआरआई मशीन में हीलियम गैस को भरने का काम जारी है। मशीन जल्द ही शुरु हो जाएगी।
लगभग नौ दिन पहले लोहिया संस्थान में भर्ती कैबिनेट मंत्री की एमआर आई जांच के वक्त मौजूद गनर की पिस्टल मशीन में फंस गयी थी। इसके बाद मशीन की मरम्मत कराने में लगभग 51 लाख रुपये का खर्च आ रहा है। इंजीनियरों ने हीलियम गैस को निकाल कर मैग्नेटिक रेंज को समाप्त करके पिस्टल को निकाल कर पुलिस को सौप दिया गया। उधर गनर को लापरवाही बरतने पर निलम्बित कर दिया गया। लोहिया संस्थान घटना की जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया, लेकिन कमेटी को बयान के लिए गनर तलाशे नहीं मिल रहा था।
लगभग एक सप्ताह तलाशने के बाद लोंिहया संस्थान ने पुलिस से मदद मांगी की कि बयान के लिए गनर को तलाश कर भेज दिया जाए। इसके बाद सक्रिय हुई पुलिस ने गनर को तलाश का बयान देने के लिए लोहिया संस्थान बुधवार को भेजने के लिए कहा है। जांच क मेटी का मानना है कि बिना गनर के बयान दर्ज किये गये जांच पूरी नही हो पा रही थी। उधर एमआरआई मशीन में हीलियम गैस भरने का काम लगभग पूरा हो चुका है।