न्यूज। बॉलीवुड की चर्चित अभिनेत्री और पूर्व मिस वल्र्ड ऐश्वर्या राय रविवार को 47 वर्ष की हो गयी।
बताते चले कि उनका जन्म एक नवंबर 1973 को मैंगलोर में हुआ था। ऐश्वर्या राय का बचपन में रूझान वास्तुकार बनने की ओर था, लेकिन बाद में उनका रूझान मॉडलिंग की ओर हो गया। वर्ष 1994 में ऐश्वर्या राय ने मिस इंडिया प्रतियोगिता में हिस्सा लिया जहां उन्हें मिस इंडिया वल्र्ड के खिताब से नवाजा गया। मिस वल्र्ड प्रतियोगिता में भारतीय सुंदरता का परचम पूरी दुनिया में लहराते हुये रीता फारिया के बाद ऐश्वर्या मिस वल्र्ड का खिताब जीतने वाली दूसरी भारतीय सुंदरी बनी। इस प्रतियोगिता में उन्हें मिस फोटोजेनिक के खिताब से भी नवाजा गया। प्रतियोगिता को जीतने के बाद ऐश्वर्या राय ने सामाजिक सरोकार से जुड़े कई क्षेाों में काम किया और इस दौरान उन्हें कई राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय संगठनों के साथ काम करने का मौका मिला।
वर्ष 1997 में ऐश्वर्या राय ने अपने सिने कैरियर की शुरूआत तमिल फिल्म इरूअर से की। इसी वर्ष ऐश्वर्या राय ने बॉलीवुड में भी कदम रखा और बॉबी देओल के साथ फिल्म और प्यार हो गया में काम किया। दुर्भाज्ञ से यह फिल्म टिकट खिड़की पर विफल साबित हुयी। इसके बाद 1998 में ऐश्वर्या राय ने एस.शंकर की तमिल फिल्म जीन्स में काम किया। इस फिल्म की व्यावसायिक सफलता के बाद ऐश्वर्या राय फिल्म इंडस्ट्री में कुछ हद तक अपनी पहचान बनाने में कामयाब हो गयी।
वर्ष 1999 में संजय लीला भंसाली की फिल्म हम दिल दे चुके सनम ऐश्वर्या राय के सिने कैरियर की महत्वपूर्ण फिल्म साबित हुयी। सलमान खान और अजय देवगन जैसे मंझे हुये सितारे की मौजूदगी में भी ऐश्वर्या ने फिल्म में .नंदिनी. के किरदार को रूपहले पर्दे पर जीवंत कर दिया। इस फिल्म में दमदार अभिनय के लिये ऐश्वर्या फिल्म फेयर पुरस्कार से भी सम्मानित की गयी। वर्ष 1999 में ही ऐश्वर्या राय को प्रसिद्ध निर्माता निर्देशक सुभाष घई की फिल्म ताल में काम करने का अवसर मिला। फिल्म में ऐश्वर्या ने एक ऐसी ग्रामीण लड़की मानसी का किरदार निभाया जो पॉप सिंगर बनने का सपना देखा करती है। इस फिल्म ने खासकर अमरीका में टॉप 20 फिल्मों में अपना नाम दर्ज कराया। फिल्म में अपने दमदार अभिनय के लिये वह सर्वश्रेष्ठ अभिनेाी के फिल्म फेयर पुरस्कार के लिये भी नामांकित की गयी।
वर्ष 2000 ऐश्वर्या राय के सिने कैरियर के लिये अहम वर्ष साबित हुआ। इस वर्ष उनकी फिल्म जोश प्रदर्शित हुयी, जिसमें उन्होंने शाहरूख खान की बहन की भूमिका निभायी। इसके साथ ही ऐश्वर्या राय की हमारा दिल आपके पास है और मोहब्बते जैसी कामयाब फिल्में भी प्रदर्शित हुयी। वर्ष 2002 में ऐश्वर्या राय को शरत चंद्र चट्टोपाध्याय के मशहूर उपन्यास देवदास पर इसी नाम से बनी फिल्म में काम करने का अवसर मिला। फिल्म में ऐश्वर्या ने पारो के अपने किरदार से दर्शको का दिल जीत लिया। इस फिल्म के लिये वह दूसरी बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेाी के फिल्म फेयर पुरस्कार से सम्मानित की गयी। इस फिल्म को कांस फिल्म समारोह में विशेष स्क्रीनिंग के दौरान दिखाया गया।
वर्ष 2003 में ऐश्वर्या राय ने फिल्म निर्माण के क्षेा में भी कदम रख दिया और फिल्म दिल का रिश्ता का निर्माण किया, लेकिन यह फिल्म व्यावसायिक रूप से सफल नही रहीवर्ष 2004 में ऐश्वर्या राय को गुरिन्दर चड्ढा की अंग्रेजी फिल्म प्राइड एंड प्रीजुडिस और राज कुमार संतोषी की फिल्म खाकी में महानायक अमिताभ बच्चन के साथ काम करने का अवसर मिला फिल्म में ऐश्वर्या राय ने अपने सिने कैरियर में पहली बार नेगेटिव किरदार निभाया जो सिने दर्शको को काफी पसंद आया।
वर्ष 2004 ऐश्वर्या राय के सिने कैरियर का उपलब्धियों वाला वर्ष साबित हुआ। उस वर्ष उनके ऐश्वर्य को देखते हुये लंदन के सुप्रसिद्ध मैडम तुसाद म्यूजियम में उनका मोम का पुतला लगाया गया। इसी साल अमरीका की सुप्रसिद्ध पािका टाइम मैगजीन ने विश्व की 100 प्रभावशाली हस्तियों में ऐश्वर्या राय का नाम शामिल किया। वर्ष 2006 में ही ऐश्वर्या राय ने यश चोपड़ा के बैनर तले बनी फिल्म धूम के सीक्वेल धूम 2 में काम किया। इस फिल्म में उन्होने ने एक बार फिर से नकारात्मक किरदार निभाया और दर्शको का भरपूर मनोरंजन किया।
अभिषेक बच्चन के साथ शादी के बाद अपने पारिवारिक दायित्व को देखते हुये ऐश्वर्या राय ने फिल्मों में काम करना काफी कम कर दिया। वर्ष 2010 में ऐश्वर्या राय ने दक्षिण भारतीय फिल्मों के महानायक रजनीकांत के साथ ब्लॉकबस्टर फिल्म रोबोट में काम किया। इसी वर्ष प्रदर्शित फिल्म गुजारिश में काम करने के बाद ऐश्वर्या राय फिल्म इंडस्ट्री से दूर हो गयी। ऐश्वर्या राय ने वर्ष 2015 में प्रदर्शित फिल्म जज्बा से इंडस्ट्री में कमबैक किया। इसके बाद ऐश्वर्या राय ने सरबजीत, ऐ दिल है मुश्किल और फन्ने खान जैसी फिल्मों में काम किया है।