मिलावटी ब्लड बेचने वाले गिरोह पकड़ा गया

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लखनऊ। राजस्थान समेत आसपास के राज्य से लखनऊ में ब्लड की तस्करी करने वाले गिरोह को एसटीएफ ने पकड़ा है। यह गिरोह लखनऊ के ठाकुरगंज थाना क्षेत्र के तहसीनगंज इलाके में स्थित मिड लाइफ चैरिटेबल ब्लड बैंक से संचालित हो रहा था। एसटीएफ की टीम ने स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ ब्लड बैंक और अस्पताल संचालक समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें दो तस्कर और चार कर्मचारी  है।

 

 

 

 

 

एसटीएफ ने बृहस्पतिवार को दोपहर ब्लड की तस्करी के आरोप में ठाकुरगंज स्थित मिड लाइफ चैरिटेबल ब्लड बैंक और कृष्णानगर स्थित नारायणी ब्लड बैंक में छापेमारी की। एसटीएफ टीम ने मिड लाइफ चैरिटेबल ब्लड बैंक और मिड लाइफ अस्पताल के कृष्णानगर निवासी संचालक अजीत दुबे, फैजुल्लागंज निवासी कर्मचारी करन मिश्र, फतेहपुर चौरासी निवासी रोहित व कल्याणपुर निवासी संदीप, चौपटिया निवासी तस्कर असद और कुशीनगर रामकोला निवासी नौशाद को गिरफ्तार किया। इनकी निशानदेही पर नारायणी ब्लड बैंक के मालिक अजीत दुबे को भी पकड़ा गया। वह कृष्णानगर इंद्रलोक कालोनी में रहते हैं। गिरोह ब्लड को फर्जी दस्तावेजों से लखनऊ और आसपास के जिलों में हास्पिटल, ब्लड बैंक और नर्सिंग होम में सप्लाई कर रहा था।

 

 

 

 

एसटीएफ के मुताबिक पूछताछ में सामने आया है कि नौशाद ने तुलसी ब्लड बैंक जयपुर, पिन्क सिटी ब्लड बैंक जयपुर, रेड ड्रॉप ब्लड सेन्टर जयपुर, गुरूकुल ब्लड सेन्टर जयपुर, ममता ब्लड बैंक चैमू, दुषात ब्लड बैंक, चैमू, मानवता ब्लड बैंक सीकर, शेखावटी ब्लड बैंक चुरू के टेक्नीशियनों के माध्यम से ब्लड लेता था।

 

 

 

 

 

 

जांच में सामने आया है कि यह लोग लखनऊ के चैरेटेबिल ब्लड बैंक बर्लिगटन चैराहा लखनऊ में भी ब्लड बैग सप्लाई देता था। उसने यूनिवर्सल ब्लड बैंक संडिला हरदोई, आभा ब्लड बैंक जनपद फतेहपुर, मां अन्जली ब्लड बैंक कानपुर, हसन ब्लड सेन्टर बहराइच और सिटी चैरेटेबिल ब्ल्ड बैंक उन्नाव में भी सप्लाई की थी।

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