गैस और कब्ज की समस्याओं से राहत पाने के लिए पवनमुक्तासन क्यों आवश्यक है?

0
3124

भारत में एक बहुत पुरानी कहावत है, कि अगर मस्तिष्क और पेट स्वस्थ हैं,तो एक आदमी धनी है। मतलब, जब मन शांत हो एवं पेट में कोई भी बीमारी नहीं है, तो वह व्यक्ति तंदुरूस्त (Fit) और शांत होता है। वास्तव में दोनों एक दूसरे से जुड़े हुए है, दिमाग को शांत रखने के लिए यह जरूरी है, कि हमारा पाचन तंत्र मजबूत बना रहें। पेट की समस्याओं से, गैस और कब्ज से छुटकारा पाने के लिए पवनमुक्तासन एक सही इलाज है ।

Advertisement

पवनमुक्तासन करने कि प्रक्रिया | How to do Pawanmuktasana

• अपनी पीठ के बल लेट जाएँ और पैरों को साथ में कर ले और हाथों को शरीर के साथ जोड़ लें।
• गहरी लंबी साँस अंदर लें और साँस छोड़ते हुए अपने दाएँ घुटने को अपनी छाती के पास ले कर आएँ। जंघा को हाथों से पकड़ते हुए पेट पर दबाएँ।
• दोबारा से एक लंबी गहरी साँस ले और छोड़ते हुए अपने सर और छाती को ज़मीन से उठाएँ। अपनी ठोड़ी को अपने दाएँ घुटने से लगाएँ।
• आसन में रहें और लंबी गहरी साँसे लेते रहें।
• ध्यान दे: साँस छोड़ते हुए अपने घुटने को हाथों से कस कर पकड़ लें। छाती पर दबाव बनाएँ। साँस लेते हुए, ढीला छोड़ दे।
• साँस छोड़ते हुए, वापस ज़मीन पर आ जाएँ और विश्राम करें।
• यह पूरी प्रक्रिया बाएँ पैर के साथ करें और फिर दोनों पैरों के साथ करें।

पवनमुक्तासन के लाभ | Benefits of the Pawanmuktasana

• पीठ व पेट कि मासपेशियों को मज़बूत बनाता है।
• हाथों व पैरों की मासपेशियों को मज़बूत बनाता है।
• पेट एवं दूसरे इन्द्रियों की मालिश करता है।
• पेट में से वायु को निकलता है और पाचन क्रिया में मदद करता है।
• रक्त परिसंचरण को बढ़ाता है और पीठ व कूल्हे के जोड़ के हिस्से को तनाव मुक्त करता है।

अब PayTM के जरिए भी द एम्पल न्यूज़ की मदद कर सकते हैं. मोबाइल नंबर 9140014727 पर पेटीएम करें.
द एम्पल न्यूज़ डॉट कॉम को छोटी-सी सहयोग राशि देकर इसके संचालन में मदद करें: Rs 200 > Rs 500 > Rs 1000 > Rs 2000 > Rs 5000 > Rs 10000.

Previous articleड्यूटी से गायब दो डाक्टरों पर बर्खास्तगी की कार्रवाई
Next articleगजब : लोहिया संस्थान की दवा बिकती मिली बाहर मेडिकल स्टोर पर

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here