जन औषधि केंद्रों पर फार्मासिस्टों द्वारा जेनेरिक औषधियों को बढ़ावा दिया जा सकता है । फार्मासिस्टों को जन औषधि के लिए आवेदन करना चाहिए । फार्मेसी कॉउंसिल द्वारा इस अभियान में सहयोग किया जायेगा लेकिन इन केन्द्रो पर फार्मेसी एक्ट और ड्रग एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट का परिपालन सुनिश्चित होना चाहिए ।
आज इंदिरा प्रतिष्ठान मे आयोजित सी एस सी जन औषधि की कार्यशाला में फार्मासिस्टों को ज्यादा से ज्यादा रोजगार दिए जाने की दिशा मे भी चर्चा हुई । फार्मासिस्ट दवा का विशेषज्ञ है । औषधि की गुणवत्ता की सुरक्षा और मरीजो की कॉन्सिलिंग फार्मासिस्टों द्वारा ही की जा सकती है । इसलिये सेमिनार मे उपस्थित दवा विक्रेताओ को सलाह दी गयी कि फार्मासिस्ट की उपलब्धता मे ही औषधि विक्री करें ।
विभाग नियमो के कड़ाई से पालन कराने के लिए संकल्पित है –
जेनेरिक औषधियां मरीजो को अपेक्षाकृत कम मूल्य पर उपलब्ध होती हैं । यह जनहित मे है । ड्रग कंट्रोलर श्री ए के मेहरोत्रा ने जन औषधि के लाइसेंस प्राप्त करने का तरीका बताया और कहा कि FDA और फार्मेसी कॉउंसिल दोनो मिलकर काम करेंगी। विभाग नियमो के कड़ाई से पालन कराने के लिए संकल्पित है । जन औषधि के लाइसेंस की प्रक्रिया बहुत सरल है । लाइसेंस कम समय मे नियमानुसार निर्गत किये जाएंगे। सेमिनार मे सीएस सी और भारत सरकार के अधिकारी उपस्थित थे ।
सुनील यादव अध्यक्ष राजकीय फार्मेसिस्ट महासंघ अध्यक्ष , स्टेट फार्मेसी कॉउंसिल उत्तर प्रदेश ने जेनेरिक दवाओं को लेकर भ्रामक जानकारियों को दूर किया।
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