स्पाइन कॉनक्लेव 2022 केजीएमयू
लखनऊ। स्पाइन में अगर कोई दिक्कत हो तो विशेषज्ञ डाक्टर से ही परामर्श लेकर इलाज कराना चाहिए। शुरुआती दौर में स्पाइन की दिक्कत को बिना सर्जरी के दवा से 90 प्रतिशत तक ठीक किया जा सकता है। अत्याधुनिक तकनीक की जा रही स्पाइन की सर्जरी अब 99 प्रतिशत तक सफल है। यह बात स्पाइन सर्जरी विशेषज्ञ डा. आर एन श्रीवास्तव ने किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के लिंब सेंटर में शुक्रवार को आयोजित स्पाइन कॉनक्लेव 2022 में दी। कॉनक्लेव 2022 में देश के जाने माने स्पाइन सर्जरी विशेषज्ञों ने छह जटिल सर्जरी करके तकनीक की जानकारी दी।
कॉनक्लेव 2022 में मुंबई स्थित जसलोक हॉस्पिटल के डॉ. गौतम जावेरी ने लाइव सर्जरी में सोलह वर्षीय लड़की की स्पाइन (रीढ़ की हड्डी) की टीबी से पीड़ित की सर्जरी की। लम्बे समय से टीबी होने के कारण सही इलाज न होने पर हड्डी गल गई थी। नसों पर दबाव बन रहा था। जिसके कारण दर्द के साथ पैरों पर खड़े होने में दिक्कत हो रही थी। रीढ़ की हड्डी टेढ़ी भी हो गई थी। जटिल सर्जरी कर स्पाइन को स्क्रू की मदद से सीधा कर दिया। नर्व को सर्जिकल तकनीक से हटा दिया गया। उन्होंने बताया कि सर्जरी के बाद शाम तक अपने पैरों पर खड़ी हो जाएगी है। करीब एक वर्ष के बाद वह वजन भी उठा सकेंगी, लेकिन डाक्टर के निर्देशन में टीबी की दवाएं नियमित रूप से चलती रहेंगी।
चेन्नई से आये विशेषज्ञ डॉ. अप्पाजी कृष्णन ने छह वर्षीय बच्ची की स्पाइन की जटिल सर्जरी। इस बच्ची की स्पाइन डिसलोकेट हो गई थी। क्लीनिकल में इस बीमारी को स्पाइडलो निसथ्रेसिस कहते हैं। इसमें नर्व पर ज्यादा दबाव होने से मरीज को पैरालिसिस तक हो सकता है। सर्जरी के दौरान स्पाइन को सीधा करने के लिए स्क्रू डाला गया। नस पर पड़ रहे दबाव को खत्म कर दिया गया है। मरीज अब ठीक है।
चैन्नई के वरिष्ठ स्पाइन सर्जरी विशेषज्ञ डॉ. साजन हेगडे ने 13 वर्षीय लड़की की स्पाइन सर्जरी की है। लड़की को जन्म से रीढ़ की हड्डी टेढ़ी थी। सर्जरी कर रीढ़ की हड्डी को प्लेट डाल कर के सीधा किया गया।
कॉनक्लेव 2022 में कुलपति डॉ. बिपिन पुरी ने कहा कि इस तरह के सेमिनार और लाइव सर्जरी से आधुनिक तकनीक को सीखने का मौका मिलता है। देश दुनिया की तकनीक व नये अपडेट को आसानी से समझा जा सकता है। कार्यक्रम में डॉ. आशीष कुमार, डॉ. अनूप अग्रवाल, हड्डी रोग विभाग के अध्यक्ष डॉ. विनीत शर्मा समेत अन्य डॉक्टर मौजूद रहे। कॉनक्लेव 2022 के आयोजक सचिव डॉ. शाहवली उल्लाह ने बताया कि यूपी स्पाइन सोसाइटी का गठन भी किया गया है। सोसायटी के अध्यक्ष डा. आर एन श्रीवास्तव,उपाध्यक्ष डा. हरपीत सिंह, सचिव शाह वल्लीउल्लाह आदि पदाधिकारी चयन किये गये है। सोसाइटी के तहत आर्थोपेडिक व न्यूरो सर्जन जो कि स्पाइन सर्जरी को सीखना चाहते हैं। उनकी दिलचस्पी है। सोसाइटी से संबद्ध हो सकते हैं। अभी तक 100 डॉक्टर एसोसिएशन की सदस्यता ले चुके हैं।