न्यूज। कोरोना वायरस से बार-बार संक्रमित होने से अंगों के खराब होने और मौत का खतरा बढ सकता है। एक अध्ययन में यह बात खुलासा हुआ है।
अध्ययन में कहा गया है कि लोगों को संक्रमित होने की आशंका को कम करने के लिए सतर्कता बरतनी चाहिए।
यह शोध बृहस्पतिवार को ‘नेचर मेडिसिन” पत्रिका में प्रकाशित हुआ, जिसमें यह पाया गया कि बार-बार कोविड-19 से संक्रमित होना कई अंगों को प्रभावित करने का अतिरिक्त जोखिम पैदा करता है।
शोधकर्ताओं ने कहा कि इससे अस्पताल में भर्ती होने का खतरा बढता है, फेफड़े, हृदय, मस्तिष्क आैर शरीर के रक्त, मस्कुलोस्केलेटल (मस्कुलोस्केलेटल सिस्टम में हड्डियां, कार्टिलेज, जोड़ों, नसों आैर कनेक्टिव टिश्यू शामिल होते हैं) आैर जठरांत्र प्रणाली प्रभावित हो सकती है। यहां तक कि मौत भी हो सकती है।
उन्होंने कहा कि पुन:संक्रमण से मधुमेह, किडनी की बीमारी आैर मानसिक स्वास्थ्य संबंधी मुद्दे हो सकते हैं।
विशेषज्ञों की माने तो पिछले कुछ महीनों में संक्रमण मुक्त हुए आैर टीका ले चुके लोगों में संक्रमण के प्रति लापरवाह रवैया बढा है। कुछ लोगों ने ऐसे व्यक्तियों को वायरस के लिए एक प्रकार की सुपरइम्यूनिटी के रूप में संदर्भित करना शुरू कर दिया है।
शोध से पता चलता है कि दूसरी, तीसरी या चौथी बार संक्रमण होने से अतिरिक्त स्वास्थ्य जोखिमों का खतरा अत्यधिक बढ जाता है।
अध्ययन यह भी संकेत देता है कि हर संक्रमण के साथ खतरा भी बढता है। शोध के नजरिये से देखा जाए तो अगर आप दो बार कोविड-19 से संक्रमित हुए हैं , तो बेहतर है कि आप तीसरी बार संक्रमित होने से बचें,और आप तीन बार संक्रमित हो चुके हैं तो चौथी बार संक्रमित होने से बचें। इस लिए सावधानी जरूरी है।