लखनऊ। इटावा स्थित लॉयन सफारी के दो शेरों का अब नया ठिकाना गोरखपुर चिड़ियाघर होगा। शासन की ओर से इस संबंध में फैसला लिया गया है। फैसले की जानकारी मिलते ही सपाई आक्रोशित हो गए हैं।
इटावा में लायन सफारी बनाया गया है। सपा शासनकाल में लायन सफारी मैं करीब दर्जनभर शेर और शावक हैं। यह ब्रीडिंग का भी कार्य चल रहा है। हालांकि वर्ष 2018 में दो शेरनी और तीन शावकों की मौत भी हो चुकी है। अब शासन की ओर से गोरखपुर का चिड़ियाघर नए तरीके से विकसित किया जा रहा है। ऐसे में इस चिड़ियाघर में शेर भेजने की तैयारी है। शासन की ओर से तय किया गया है कि गोरखपुर के चिड़ियाघर में लायन सफारी से शेर भेजे जाएंगे। इस फैसले की जानकारी मिलते ही सपाइयों ने आक्रोश जताना शुरू कर दिया है।
सपा के जिलाध्यक्ष गोपाल यादव ने शुक्रवार को पार्टी कार्यालय में कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का प्रोजेक्ट होने के कारण लॉयन सफारी को नहीं खोला जा रहा
यदि सफारी नहीं खोली गई तो सपा आंदोलन करेगी। सपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि अखिलेश सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सफारी का निर्माण कराया था। उनका मकसद इटावा को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना था।
भाजपा सरकार सैलानियों से डर रही है कि वह यहां आकर सपा सरकार की तारीफ न कर दें। इसलिए लॉयन सफारी को आम लोगों के लिए नहीं खोला जा रहा है। सफारी के शेरों को गोरखपुर ले जाने की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी यहां के शेरों को अपने संसदीय क्षेत्र में ले जाना चाहते हैं, जो जायज नहीं है।