न्यूज। आप को जानकार हैरानी होगी कि आधुनिक समय में मनुष्यों को हेपेटाइटिस आैर इन्फ्लुएन्जा जैसी वायरल बीमारियों से लड़ने की आनुवांशिक क्षमता आदिमानवों से मिली है। इस शोध से लोगों में नयी दिशा में सोचने पर मजबूर कर दिया है। एक शोध में यह पाया गया है कि 50,000 साल पहले जब दोनों नस्लों का संकरण हुआ था, तो मनुष्यों में यह आनुवांशिक गुण आ गया।
आदिमानव रहस्यमयी तरीके से करीब 40,000 साल पहले लुप्त हो गए थे, लेकिन विलुप्त होने से पहले उन्होंने मनुष्य की अन्य नस्लों के साथ संकरण किया, जो वैश्विक तौर पर इसके फैलने की शुरुआत थी।
इन प्राचीन संकरण के परिणामस्वरूप आज कई आधुनिक यूरोपीय आैर एशियाई मनुष्यों के जीन के समूह में करीब दो फीसदी डीएनए आदिमानव का है। अमेरिका में स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के प्रोफेसर दिमित्रि पेत्रोव ने कहा, ”हमारे अध्ययन में पता चला कि आदिमानव के जीन से वायरसों के खिलाफ हमें सुरक्षा मिल सकी है। हमारे पूर्वज अफ्रीका छोड़ते समय इन वायरसों की चपेट में आए थे।””
एरिजोना विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर डेविड एनार्ड ने कहा, ”आधुनिक मानव आैर आदिमानवों का करीबी संबंध है। इस निकटता का यह भी मतलब है कि आदिमानव इन वायरसों के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता हमें भी दे सकते।””
यह अध्ययन पत्रिका सेल में प्रकाशित हुआ है।
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