सात करोड़ की लागत से बनेंगे हेल्‍थ एंड वेलनेस सेंटर

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टीबी, मलेरिया, टायफाइड समेत अन्‍य बीमारियों की भी होगी जांच
राजधानी में सात करोड़ के बजट से सुधरेगी ग्रामीण स्‍वास्‍थ्‍य उपकेन्‍द्रों की तस्‍वीर
ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को मिलेगा बेहतर इलाज

लखनऊ- ग्रामीण क्षेत्रों में बसे लोगों को अब इलाज के लिए बड़े सेंटर में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उत्‍तर प्रदेश सरकार टीबी, मलेरिया, टायफाइड जैसी बीमारियों का इलाज अब उनको गांव में बने स्‍वास्‍थ्‍य उपकेन्‍द्रों पर ही मुहैया कराएगी। यूपी के ग्रामीण इलाकों में स्‍वास्‍थ्‍य सुविधाओं को बेहतर करने व गरीबों को सीधा लाभ दिलाने के उद्देश्‍य से योगी सरकार ने प्रदेश के ग्रामीण स्‍वास्‍थ्‍य उपकेन्‍द्रों को अपग्रेड करने का निर्णय लिया है। जिसके तहत अब इन स्‍वास्‍थ्‍य उपकेन्‍द्रों पर सात करोड़ रुपए से हेल्‍थ एंड वेलनेस सेंटर शुरू किए जाएंगे।

योगी सरकार पहले चरण में राजधानी में सात करोड़ की लागत से 97 हेल्‍थ एंड वेलनेस सेंटर खोलने जा रही है। प्रत्‍येक सेंटर के लिए सात लाख रुपए की राशि को आवंटित किया गया है। प्रदेशभर में दूसरे व तीसरे चरण में स्‍वास्‍थ्‍य उपकेन्‍द्रों में हेल्‍थ एंड वेलनेस सेंटर का विस्‍तार किया जाएगा। इन सेंटर में 12 तरह के नॉन कम्‍युनिकेबल बीमारियों की पहचान कर मरीजों का इलाज किया जाएगा। सीएमओ डॉ संजय भटनागर ने बताया कि राजधानी में 97 हेल्‍थ एंड वेलनेस सेंटर को शुरू करने की मंजूरी मिल गई है जिससे अब प्राथमिक, सामुदायिक स्‍वास्‍थ्‍य उपकेन्‍द्रों में और भी बेहतर इलाज मिल सकेगा।

कम्‍युनिटी हेल्‍थ ऑफिसर की होगी तैनाती
ब्‍लड प्रेशर, डायबिटीज, टीबी, चेचक, कुष्‍ठ, मलेरिया, दिल व टायफाइड समेत अन्‍य बीमारियों की प्राथमिक स्‍तर पर पहचान की जाएगी। इसके साथ ही मरीजों को उनके हिसाब से विशेषज्ञ डॉक्‍टरों के पास रेफर किया जाएगा। स्‍वास्‍थ्‍य उपकेन्‍द्रों में अभी तक एएनएम बैठती थीं। अब इन उपकेन्‍द्रों में कम्‍युनिटी हेल्‍थ ऑफिसर (सीएचओ) की तैनाती की जाएगी। केजीएमयू जैसे संस्‍थानों से छह माह की ट्रेनिंग करने वाली स्‍टाफ नर्स को सीएचओ पद पर तैनात किया जाएगा। इन सभी सीएचओ को नेशनल हेल्‍थ मिशन से वेतन दिया जाएगा।

दो दिन लगेगी योगा की पाठशाला
प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में सेंटर के खुलने से ग्रामीण लोगों को सेहतमंद जीवन जीने के तौर-तरीकों से भी रूबरू कराया जाएगा। इसके साथ ही हफ्ते में दो दिन योगा की क्‍लास भी ग्रामीण लोगों को दी जाएगी। जिससे वो योग के गुरों को सीख कर मानसिक और शारीरिक तौर पर सेहतमंद रहेंगे।

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