जांच के लिए कमेटी गठित
लखनऊ। आशियाना स्थित लोक बंधु अस्पताल की नर्स ने शनिवार को नींद की
गोलियां खाने पर परिजनों ने बेहोशी की हालत में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।
डॉक्टरों का कहना है कि नर्स की हालत खतरे से बाहर है। नर्स ने अस्पताल के
अधिकारी पर प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाया है। अस्पताल प्रशासन का कहना
है मामले की जांच कमेटी गठित की गई।
जांच रिपोर्ट को कार्रवाई के लिए शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी।
लोकबंधु अस्पताल की ओटी इंचार्ज मंजू देवी पत्नी कैलाश चंद्र ने शनिवार सुबह नींद की गोलियां
खा ली। नींद से न जागने पर परिजनों ने शक के आधार पर अस्पताल इमरजेंसी ले गये। जहां पर इलाज शुरू होने पर नर्स ने नींद की गोली खा कर आत्महत्या करने का प्रयास किया। नर्स ने पुलिस को दिए बयान में अस्पताल के अफसरों पर उसे प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। नर्स आरोप है अधिकारी जब राउंड पर निकलते थे, तो संबंधित कर्मचारी का वीडियो बनाते थे और बाद में उसे ग्रुप में डाल कर बेज्जत करते थे। पति कैलाश का आरोप है कि सीएमएस व एमएस कई महीनों से प्रताड़ित कर रहे थे। घटना के एक दिन पहले भी अस्पताल के ग्रुप में उनकी पत्नी को बेइज्जत किया गया था। इस कारण लगातार यह घटना होने पा नर्स अवसाद में आ गयी। इस कारण नींद की गोलियां खा ली। परिजनों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया है। अस्पताल प्रशासनिक अधिकारियों का तर्क है कि कहना है कि निरीक्षण के वक्त ओटी अक्सर सफाई व्यवस्था सही नहीं मिलती थी। इसे लेकर एक दो बार नर्स को चेतावनी दी गई थी। फिलहाल प्रकरण की जांच के लिए कमेटी गठित की जा रही है। जिसमें नर्स को प्रताड़ित किए जाने के साक्ष्य मांगे जाएंगे। इंस्पेक्टर विक्रम सिंह ने बताया नर्स के बयान दर्ज किये गये है। अभी मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है।