लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय व लोहिया संस्थान में जून से बायोमीट्रिक प्रणाली से उपस्थिति दर्ज होगी। इस उपस्थिति के आधार पर ही डॉक्टर व चिकित्सक शिक्षकों को ही वेतन दिया जाएगा। केजीएमयू प्रशासन ने एक जून से पूरी तरह बायोमीट्रिक व्यवस्था लागू करने का निर्णय किया है। कुलसचिव सख्त आदेश है कि बायोमीट्रिक उपस्थिति दर्ज नहीं होगा, उनका वेतन नहीं बनेगा। इसके अलावा लोहिया संस्थान में भी एक जून से बायोमीट्रिक उपस्थिति लगाने की तैयारी पूरी हो गयी है।
बताते चले कि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सभी राज्य विश्वविद्यालयों में बायोमीट्रिक उपस्थिति व्यवस्था शुरू करने का निर्देश दिया है। केजीएमयू में फेस रिक्गिनिशन मशीन से उपस्थिति दर्ज होगी। इसमें डॉक्टर और कर्मचारियों को फोटो खिंचवाने का निर्देश दिया गया था ताकि फोटो को मशीन में लॉक किया जा सके। हालांकि अभी भी काफी डॉक्टर और कर्मचारियों की संख्या ऐसी है, जो यह प्रक्रिया पूरी नहीं कर सके है। केजीएमयू कुलसचिव आशुतोष कुमार द्विवेदी ने एक जून से परिसर में पूरी तरह से बायेामीट्रिक उपस्थिति व्यवस्था शुरू करने के निर्देश दिये हैं। इसके साथ ही सख्त निर्देश है कि जो कार्मिक इसका पालन नहीं करेंगे उनका वेतन नहीं बनेगा।