लखनऊ। पोषण व स्वास्थ्य के प्रति महिलाओं आैर बच्चों को जागरूक करने के लिए राजधानी के कठवाड़ा गांव में पोषक पंचायत का आयोजन किया गया। पोषण धारा एसोसिएशन के तहत पीजीआई, केजीएमयू सहित अस्पतालों की डाइटिशियनों ने पोषण के प्रति जागरूक करने के साथ ही घरेलू खान- पान में थोड़ा सा परिवर्तन करके स्वस्थ्य रहने की जानकारी दी। आहार विशेषज्ञों द्वारा ग्रामीण लोगों को पोष्टिक खाद्य पदार्थ भी वितरण भी किया।
सितंबर माह में पांचवें राष्ट्रीय पोषण माह आयोजन कर रहा है। यह अभियान एक सितंबर से शुरू होकर 30 सितंबर तक चलेगा। पोषण माह का मुख्य फोकस महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य और शिक्षा पर जोर देना है। इस अभियान के तहत ग्रामीण लोगों को पोषण और स्वास्थ्य के प्रति जागरुक करना और उचित पोषण के महत्व को समझाना है। इस अवसर आहार विशेषज्ञ व केजीएमयू की डायटीशियन मृदुल विभा ने बताया कि ग्राम कठवाड़ा में, ग्रामीण लोगों को पोषण युक्त आहार के बारे में जागरुक किया गया। उन्हें साबुत अनाज, मिली-जुली दालें, ताज़े फल और सब्जी के महत्व के बारे में बताया गया। आहार विशेषज्ञों ने यह भी बताया गया कि कैसे अपने घरेलू खान-पान में थोड़ा सा परिवर्तन ला कर अपने को स्वस्थ रखा जा सकता है।
यह कार्यक्रम पीजीआई की सीनियर डायटीशियन रमा त्रिपाठी, चरक हास्पिटल की सीनियर डायटीशियन डा इंदुजा दीक्षित और राजधानी की कई वरिष्ठ डायटीशियन विधा प्रिया, डा हर्षिता गुप्ता तथा गाँव कठवाड़ा में डा शुभकरन सिंह के सहयोग से आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में 180 महिलाओं, बच्चों व पुरुषों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम में केजीएमयू, लखनऊ की कई अन्य आहार विशेषज्ञों भावना सिह, इंद्रिका त्यागी ,अंजली नेगी, कलावती रावत, मन्तसा, इरम और जाग्रती नेगी ने भाग लिया।