लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में जनरल सर्जरी विभाग अपना 110 वां स्थापना दिवस समारोह मना रहा है। 2 अप्रैल को स्थापना दिवस समारोह से पहले कार्यशाला का आयोजित किया गया ।
कार्यशाला में विभाग प्रमुख डॉ. अभिनव अरूण सोनकर ने कहा कि मल में ब्लड आना बीमारी का प्रमुख लक्षण है। इसके अलावा पेट में सूजन, पेट साफ न होना पर भी यह समस्या पनप सकती है। ऑपरेशन व कीमोथेरेपी से बड़ी आंत के कैंसर का इलाज संभव है।
पीजीआई के डा. राहुल ने कहा बड़ी आंत का कैंसर तेजी से बढ़ रहा है। अब यह कम उम्र के लोगों को चपेट में ले रहा है। इसके शुरुआत में बीमारी के कोई खास लक्षण नजर नहीं आते हैं। देरी से लक्षण प्रकट होते हैं। ऐसे में ऑपरेशन ही इलाज का विकल्प बचता है। आंत का कैंसर शराब, सिगरेट समेत दूसरा नशा करने वाले आसानी से बीमारी की चपेट में आ सकते हैं।
आंख व नाखून में पीलापन को नजरअंदाज न करें। यह एम्स भोपाल के डॉ. विशाल गुप्ता ने बताया कि पीलिया की परेशानी लेकर बड़ी संख्या में मरीज आ रहे हैं। गॉलब्लेडर के कैंसर की वजह से भी दिक्कत हो सकती है। उन्होंने बताया कि अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन और एंडोस्कोप से बीमारी की सटीक पहचान की जा सकती है। वहीं पित्त की नली में रूकावट को दूर करने के लिए स्टंट डाला जा सकता है। इससे काफी हद तक समस्या का समाधान किया जा सकता है। कार्यशाला में वरिष्ठ डॉ अवनीश, डॉ. पाहवा सहित अन्य डॉक्टर मौजूद थे.