लखनऊ । संजय गांधी पी जी आई में एसोसिएशन आँफ एनेस्थीसिया एंड आपरेशन थियेटर टेक्नोलॉजिस्ट उत्तर प्रदेश में बेविनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मंगलवार को आज संस्थान के निदेशक प्रो आरके धीमान ने कहा कि संस्थान में एनिस्थिसिया टेक्नोलॉजिस्ट ने इस महामारी में महत्वपूर्ण रोल अदा किया है और विभागाध्यक्ष प्रो अनिल अग्रवाल ने कार्यप्रणाली की भी सराहना की। पी जी आई में चल रहे बी एस सी एनिस्थिसिया एंड आपरेशन थियेटर टेक्नोलॉजिस्ट के दोनों कोर्स को मर्ज करने के प्रस्ताव पर विचार किए जाने का आश्वासन भी दिया। उन्होंने वैक्सीनेशन के संदर्भ में बहुत सी भ्रांतियों को दूर किया और सभी को कोविड 19 के आचरण के बारे में समझाया, जिसका पालन न करने पर तीसरी लहर आ सकती है। उन्होंने इससे बचाव के उपाय भी सुझाये।
प्रो अंबेश ने बच्चों के साथ मां-बाप को अत्यधिक सावधानी बरतने और नवजात शिशुओं में इस रोग से ग्रसित होने की संभावना नहीं के बराबर बतायी। उन्होंने बताया कि में दो रिसप्टरस नहीं पाये जाते, इसलिए उनमें यह संभावना नहीं के बराबर होती हैं जिससे वह कोविड 19 से बच जाते हैं। डा. कीर्ति नाराजे ने बच्चों के शीघ्र डायग्नोसिस और लक्षणों के आधार पर शीघ्र पहचान कर उनको भर्ती कराने की आवश्यकता पर बल दिया।. डाक्टर ए के मिश्रा ने कहा कि 5 दिन से ज्यादा बुखार आना, रैशेज पड़ना, आंखों में लाली होना और बच्चों के व्यवहार में परिवर्तन यह सभी खतरनाक चिन्ह होते हैं। डायटीशियन श्रीमती निरुपमा ने बच्चों को पौष्टिक आहार के साथ – साथ हरी सब्जियां, दाल, पनीर और सभी फलों को अपने आहार में शामिल करने की बात कही। इस अवसर पर एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी राजीव सक्सेना ने अपनी प्रस्तुति में अपने कोविड के बचाव के लिए आपरेशन के विषय के बारे में बताया। मुम्बई से जुड़े शेषनाथ ने आपरेशन थियेटर को विसंक्रमित करने के उपायों पर प्रस्तुत दी।