लखनऊ – किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के ट्रामा सेंटर की व्यवस्था चरमरा गयी है। गंभीर मरीजों को बेहतर इलाज देने के लिए तत्काल कोई व्यवस्था नहीं है। ट्रामा सेंटर में सीटी स्कैन के लिए लाइन लगाये गंभीर मंिहला मरीज की मौत हो गयी। मरीज के परिजन तीन घंटे लाइन लगे रहे आैर जांच आैर इलाज के इंतजार में मौत हो गयी। इसके बाद तो परिजनों ने जमकर हंगामा काटा। रायबरेली निवासी नासिर ने बताया कि शनिवार को सड़क एक्सीडेंट में पत्नी नसरीन (30) घायल हो गयी थी। इस हादसे में सिर में गंभीर चोट लगी और नाक से लगातार खून निकल रहा था। परिजन तत्काल स्थानीय जिला अस्पताल में भर्ती करवाया,जहां पर डॉक्टरों ने जांच करने के बाद हालत गंभीर बताते हुए लखनऊ के केजीएमयू स्थित ट्रॉमा सेंटर में रेफर कर दिया।
रविवार सुबह ग्यारह बजे परिजन नसरीन को लेकर केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। यहां पर इमरजेंसी में डॉक्टरों प्राथमिक जांच करके सीटी स्कैन को कराने के लिए भेज दिया। पति नासिर ने बताया कि वह सीटी स्कैन कराने पहुंचा तो वहां लंबी लाइन लगी थी आैर वेटिंग काफी थी। उसने जांच के लिए 500 रुपये शुल्क जमा कर जांच के लिए लाइन में खड़ा हो गया। इसी दौरान मरीज की हालत गंभीर हो गयी, तो नासिर ने कर्मचारियों से सीटी स्कैन जल्दी करने का फरियाद की आैर हालत गंभीर बतायी। फिर भी किसी ने मदद नहीं की आैर लाइन से आने के लिए कहते रहे। लाइन में लगे करीब दो बजे के आस-पास नसरीन ने दम तोड़ दिया।
नासिर ने आरोप लगाया कि सीटी स्कैन न होने की वजह से डॉक्टरों ने मरीज का इलाज रोक दिया था, इससे उसकी मौत हो गई। नासिर ने वहां की व्यवस्था और डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही करने का आरोप लगाते हुए जम कर हंगामा किया तो मौजूद सुरक्षा गार्डो ने बाहर भेज दिया। उसका कहना है कि नासिर ने कहा खराब व्यवस्था ने उनके दो बच्चों की मां की जिंदगी छीन लिया।
अब PayTM के जरिए भी द एम्पल न्यूज़ की मदद कर सकते हैं. मोबाइल नंबर 9140014727 पर पेटीएम करें.
द एम्पल न्यूज़ डॉट कॉम को छोटी-सी सहयोग राशि देकर इसके संचालन में मदद करें: Rs 200 > Rs 500 > Rs 1000 > Rs 2000 > Rs 5000 > Rs 10000.