लखनऊ। समाज में कुपोषण का शिकार बच्चें ही नही वरन बड़े भी देखने को मिलते है। ऐसे में पोषण आैर आहार विशेषज्ञ की भूमिका सामाजिक क्षेत्र में महत्वपूर्ण हो जाती है कि वह लोगों को पोषक खाद्य पदार्थो के प्रति जागरूक करें आैर सही जानकारी दें।
किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय की चीफ डाइटीशियन सुनीता सक्सेना रविवार को पोषण धारा एसोसिएशन का उद्घाटन समारोह में सम्बोधित कर रही थी। गोमती नगर स्थित होटल में आयोजित कार्यक्रम में एसोसिएशन की योजनाओं को सामाजिक स्तर पर मूर्तरूप देने पर चर्चा की गयी। पोषण धारा अभियान के सभी सदस्य सम्मिलित हुए।
केजीएमयू की चीफ डाइटीशियन सुनीता सक्सेना ने कहा कि सिर्फ मरीज को ही नहीं पोषक खाद्य पदार्थोे की जानकारी होनी चाहिए। बल्कि सभी को नियमित रूप से कौन कौन से पोषक खाद्य पदार्थो का सेवन करके इम्यून सिस्टम को बेहतर कर सकते है। इसकी जानकारी होनी चाहिए।
वरिष्ठ डाइटीशियन मृदुल विभा ने कहा कि अक्सर ग्रामीण क्षेत्रों में सभी कुछ होते हुए कुपोषण का शिकार बच्चें आैर महिलाएं होती है। लोगों में धारण होती है टेबलेट खाकर ही शरीर को पोषक तत्वों की कमी को दूर कर सकते है। जब कि सभी घर के किचन में पोषक तत्वों की कमी नही होती है। सिर्फ सही जानकारी आैर कब आैर कैसे सेवन किया जाए। इसका पता होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस एसोसिएशन के गठन का मुख्य उद्देश्य पोषण और आहार विशेषज्ञ के योगदान को बढ़ाना और समाज से कुपोषण के मुद्दों को खत्म करने की दिशा में कार्य करना और क्षमता का विस्तार करना है। साथ ही साथ एक समग्र दृष्टिकोण के रूप में पोषण और आहार विज्ञान के क्षेत्र में नवीन विचार और वैज्ञानिक अनुसंधान को प्रोत्साहित करना है। व्यावसायिक विकास, प्रौद्योगिकी और अभ्यास को एकीकृत करना शामिल है। कार्यक्रम में विद्या प्रिया व एसजीपीजीआई की रमा त्रिपाठी और रीता आनंद, चरक हास्पिटल से डॉ. इन्दूजा दीक्षित और डॉ. हर्षिता गुप्ता व स्कोप हास्पिटल से डॉ. कंचन और रोहित आदि मौजूद थे।