लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में बीती रात महिला साथी के साथ टहल रहे थे। इस दौरान डॉक्टर से चौक कोतवाली में तैनात पुलिसकर्मियों ने अभद्रता के साथ वसूली करने पर उतर आए। डॉक्टर के विरोध करने पर पुलिसकर्मी फर्जी मामले में फंसाने की धमकी देने लगे। इस दौरान डॉक्टर ने मोबाइल निकाला तो पुलिसिया अंदाज में में अंदर रखने को कहा। शोर सुनकर मेडिकोज एकत्र हो गए तो आरोपित पुलिसकर्मी मौके से भाग निकले। शिकायत पर मौके पर पहुंचे एसीपी चौक ने जांच की। मामला बड़े पुलिस अधिकारियों तक पहुंचा, जिसके बाद दरोगा दीपक कुमार सरोज को निलम्बित व दोनों सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
एसीपी चौक आईपी सिंह ने बताया कि सोमवार रात केजीएमयू परिसर में डॉक्टर अपनी महिला साथी के साथ खाना खाकर टहलते हुए बात कर रहे थे। इसी बीच टहलते हुए जैसे ही वे ओपीडी के पास पहंुचे। तभी उपनिरीक्षक दीपक कुमार अशोक व दो सिपाहियों रमन कुमार व चंदन ने उन्हें रोक लिया। पुलिसकर्मियों ने वहां उनसे कड़ी पूछताछ शुरू कर दी। डॉक्टर ने बोला भी कि वह यहीं पर कार्यरत हैं। इसके बाद भी पुलिसकर्मी लगातार अभद्रता करते रहे। विरोध करने पर फर्जी मामले में फंसाने की धमकी देते हुए पांच हजार की मांग कर दी। यह भी चेतावनी दी अभी पांच हजार दे दो तो छोड़ देंगे, बाद में दस हजार रुपये देने होंगे। इसी बीच वहां से गुजर रहे मेडिकोज ने पुलिस की बातें सुनी, तो रूक गये। खुद को फंसता देख दरोगा व सिपाही वहां से भाग निकले। पीड़ित डॉक्टर ने मामले की सूचना पुलिस को दी।
जानकारी मिलते ही एसीपी चौक मौके पर पहंुचे और जांच पड़ताल की, तो दरोगा व दोनों सिपाहियों की करतूत सामने आयी। एसीपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर व डीसीपी पश्चिम सोमेन वर्मा को सारी जानकारी दी। इस मामले में डीसीपी ने उपनिरीक्षक दीपक कुमार सरोज को निलम्बित कर दिया। जबकि दोनों सिपाहियों रमन कुमार व चंदन को लाइन हाजिर कर दिया है। डीसीपी ने बताया कि पीड़ित डॉक्टर ने फिलहाल कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं करायी है।
रात में कौन सी ओपीडी चलती है।