लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्याल के सर्जिकल गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी विभाग में इंडोस्कोपी मशीन पिछले 16 दिन से खराब चल रही है, जिसकी वजह से मरीजों का हाल बेहाल है। विभाग के डाक्टर मरीजों को जांच के लिए मेडिसिन गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी विभाग में भेजा जा रहा है। इस कारण जांच के लिए एक महीने की वेटिंग चल रही है। बताते है कि मशीन के ठीक होने पर लगभग 15 दिन का वक्त लग सकता है।
सर्जिकल गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी विभाग में इंडोस्कोपी मशीन खराब होने की वजह से अधिकांश मरीजों को बाहर प्राइवेट जांच करानी पड़ रही हैं। जिसमें मरीजों का आर्थिक दोहन हो रही है। केजीएमयू में जहां पर तीन से पांच सौ रूपए में इंडोस्कोपी होती है, वहीं बाहर पैथालॉजी सेंटर जांच के लिए ढाई हजार रुपये तक वसूल रहे हैं। समय पर इलाज कराने के लिए मरीज बाहर जांच कराने को मजबूर हैं।
वहीं मेडिसिन गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी विभाग में इंडोस्कोपी के मरीजों की भीड़ दोगुनी हो गई है। करीब एक महीने तक की लंबी वेटिंग चल रही है। मीडिया प्रभारी डॉ. संतोष कुमार के मुताबिक तकनीकी दिक्कतों की वजह से मशीन नहीं चल रही है। मशीन को दुरूस्त कराया जा रहा है।
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