लखनऊ। क्वीन मेरी अस्पताल में शुक्रवार को दो सिर व चार पैर वाले शिशु का मृत जन्म होने से अफरा -तफरी मच गयी। डाक्टरों ने इसे भ्रूण की विकृति बताते हुए समय पर सही समय पर सोनोग्राफी न होना बताया। उनका कहना था कि अगर समय पर महिला की सोनोग्राफी होती तो यह भ्रूण की विकृति को देखते हुए उसी वक्त निर्णय ले लिया जाता, जब कि घर वाले कुछ देर को इसे ईश्वरीय चमत्कार बताते हुए काफी देर तक मृत शिशु का लेकर बैठे रहे , शिशु को देखने वालों की भीड़ एकत्र हो गयी।
जानकारी के अनुसार सुल्तानपुर निवासी कु लदीप अपनी पत्नी को प्रसव पीड़ा होने पर बिगड़ती हालत को देखते हुए क्वीनमेरी अस्पताल में सोमवार को भर्ती कराया था। यहां पर डाक्टरों ने आज पत्नी पूजा के डिलीवरी करायी तो शिशु मृत पैदा हुआ। शिशु के दो सिर व चार पैर थे। मृत शिशु को परिजनों को सौपा गया तो वह भी मृत शिशु को देखकर हैरान थे। उनमें कई लोग इसे ईश्वरीय चत्मकार बता रहा था तो इसे भ्रूण की विकृति बता रहा था। विशेषज्ञ डाक्टरों का कहना है कि अगर समय पर सोनोग्राफी गर्भधारण करने के बाद की गयी होती तो यह भ्रूण की विकृति तुरंत पता चल सकती थी।
महिला की सोनोग्राफी हुई नही या फिर हुई तो सोनोग्राफी सही तरीके से नहीं हुई। फिलहाल इस मृत शिशु को देखने के लिए लोगों की भीड़ एकत्र हो गयी थी। जो सुन रहा था वह ही मृत शिशु को एक झलक देखने के लिए आ रहा था।