लखनऊ – राज्य सरकार द्वारा स्वास्थ्य एवं समेकित बाल विकास विभाग (आईसीडीएस) के सहयोग से संचालित बाल स्वास्थ्य पोषण माह (बीएसपीएम) वर्ष में 2 बार आयोजित किया जाता है। यह विटामिन ए संम्पूरण कार्यक्रम तथा टीकाकरण का एक अभिन्न अंग है, इस संबंध में परिवार कल्याण महानिदेशक नीना गुप्ता द्वारा पत्र जारी कर निर्देश दिये गए है कि इस वर्ष यह 3 जुलाई-3 अगस्त तक मनाया जाएगा।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. एम.के.सिंह ने बताया कि बाल स्वास्थ्य पोषण माह का उद्देश्य नौ माह से 15 माह की आयु वर्ग के बच्चों में विटामिन ए के कवरेज को बढ़ाना, सभी कुपोषित बच्चों का दोबारा वजन करना, उनकी पहचान करना, प्रबंधन कर उनको संदर्भित करना प्र् नियमित टीकाकारण के दौरान लक्षित बच्चों के साथ छूटे हुये बच्चों का प्रतिरक्षण करते हुये शत प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करना जन्म के तुरंत बाद शिशु को माँ का दूध, 6 माह तक केवल स्तनपान व 6 माह के बाद बच्चे को ऊपरी आहार देने के बारे में लोगों को बताना कि इससे बाल्यावस्था में होने वाले रोगों में कमी लायी जा सकती है।
लोगों को आयोडिन युक्त नमक के उपयोग के बारे में बताना व उसका अधिक से अधिक उयोग करने की सलाह देना, बीएसपीएम टीकाकरण, ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण माह(वीएचएनडी) सत्रों में आयोजित किया जाता है। उन्होने बताया कि विटामिन ए वसा में घुलनशील विटामिन है जो शरीर में प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। प्रदेश में 60 प्रतिशत बच्चों में विटामिन ए की कमी होने का खतरा होता है, जो कि बच्चों में बीमारी एवं मृत्यु दर की संभावनाओं को बढ़ाता है। नौ माह से 5 वर्ष के बच्चों को साल में 2 बार विटामिन ए की खुराक देने से उनकी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है ,जिससे कि वह स्वस्थ व पोषित रहते हैं। वीएचएनडी के दौरान यह सभी सुविधाएं एएनएम, आशा व आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के सहयोग से दी जाएंगी। डॉ. सिंह ने बताया कि इसमें स्वास्थ्य एवं आईसीडीएस विभाग के साथ उत्तर प्रदेश तकनीकि सहयोग इकाई, यूनिसेफ गैर सरकारी संगठन न्यूट्रीशन इंटेरनेशनल का भी सहयोग रहेगा।
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