लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के रेजीडेंट, जूनियर डाक्टरों के तीन छात्रावासों में लगी लिफ्ट में जाने से डरते है। यहां पर जनरेटर न जुड़ा न होने के कारण आये दिन दुर्घटना का कारण बन रही है। टीजी छात्रावास के अलावा गौतमबुद्धा व रेजीडेंट हास्टल में भी लिफ्ट जनरेटर से नहीं जुड़ी है। इन दोनों हास्टल में रहने वाले रेजीडेंट डाक्टरों व मेडिकोज ने इस समस्या के साथ बिजली का बिल भी अधिक होने का मुद्दा पूर्व कुलपति प्रो. रविकांत के समक्ष उठा चुके है।
शनिवार को केजीएमयू के टीजी हास्टल में शनिवार को लिफ्ट में मेडिकोज फंस गये थे। यह लिफ्ट बिजली जाने के बाद जनरेटर से जुड़ी न होने का कारण बंद हो गयी थी। बड़ी मुश्किल से 45 मिनट बाद मेडिकोज को लिफ्ट से निकाला जा सका था। मेडिकोज का आरोप था कि लिफ्ट को जनरेटर से जुड़ा न होने के कारण आये दिन जहां तहां बंद हो जाती है। टीजी हास्टल के अलावा सात फ्लोर के गौतमबुद्धा छात्रावास में भी लिफ्ट लगी है। इसके अलाव रेजीडेंट हास्टल में भी लिफ्ट का संचालन किया जाता है, पर यहां रहने वाले रेजीडेंट व मेडिकोज का आरोप है कि कहने तो लिफ्ट लगी है, लेकिन उसे जनरेटर से जुड़ी नही होने के कारण बिजली जाने पर बंद हो जाती है।
इस कारण सभी लोग हांफते कापते लिफ्ट की बजाय सीढ़ियों से ही चढ़ कर अपने कमरों तक जाते है। सभी से सयुक्त रूप से बताया कूलर, एसी का अलग बिल बिजली के बिल के साथ लिया जाता है, जबकि ज्यादातर सभी लोग अपने- अपने विभागों में ड्यूटी करते ही समय निकल जाता है।